चीन बनायेगा पाकिस्तान में मिलिट्री बेस, CPEC की सुरक्षा के बहाने औपनिवेशिक प्लान की शुरूआत
   05-मई-2019
 
 
 
POJK होते हुए पाकिस्तान में चीन-पाकिस्तान इकॉनोमिक कॉरिडोर बनाने के बाद चीन अब जल्द ही पाकिस्तान में इसकी सुरक्षा के बहाने कईं मिलिट्री बेस बनाने की तैयारी कर चुका है। इसके लिए पाकिस्तान सरकार को बता दिया गया है। अमेरिकी रक्षा विभाग पेंटागन की सालाना रिपोर्ट में इस बात का खुलासा किया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक चीन वन बेल्ट-वन रोड़ ग्लोबल इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोग्राम के तहत खरबों डॉलर इन्वेस्ट कर रहा है। लेकिन ये रोड़ सुरक्षित भी रहे, तभी आर्थिक रूप से ये आयडिया सफल हो पायेगा। इसके लिए भी चीन ने तैयारी भी शुरू कर दी है। खासतौर से पाकिस्तान में OBOR प्रोजेक्ट के तहत बने कॉरिडोर की सुरक्षा एक बड़ी चुनौती है। इसीलिए चीन जल्द ही पाकिस्तान में अपने मिलिट्री बेस बनाने की जुगत में लग चुका है। हालांकि पाकिस्तान के लिए ये ईस्ट इंडिया कंपनी के इंडिया में बिजनेस की शुरूआत करने जैसा प्लान होगा। लेकिन माना जा रहा है कि चीन के करीब 24 अरब डॉलर के कर्ज में डूबा पाकिस्तान चीन को इसके लिए मना करने की स्थिति में नहीं है।
 
 
 
रिपोर्ट के मुताबिक चीन मिडिल ईस्ट, साउथ ईस्ट एशिया और वेस्टर्न पैसिफिक में मिलिट्री बेस बनाने की फिराक में है। इससे पहले साउथ चाइना सी में चीन पहले ही एक मिलिट्री बेस तैयार कर चुका है। पिछले साल नॉर्थ-वेस्ट अफगानिस्तान में वाखन कॉरिडोर के लिए बातचीत शुरू कर चुका है।
 
 
 
 Djibouti में चीन का मिलिट्री बेस
 
 
इसके अलावा वाशिंगटन पोस्ट में छपी एक खबर के मुताबिक पूर्वी ताजिकिस्तान में भी चीनी आर्मी की आउटपोस्ट बनकर तैयार हैं। जोकि वाखन कॉरिडोर, पाकिस्तान और चीन के बेहद नजदीक है। पेंटागन की रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया में महाशक्ति के तौर पर चीन आर्थिक, सैन्य और कूटनीतिक तौर पर अपनी धाक कायम करने में लगा है। हालांकि चीन को अंदाजा है कि अमेरिका इस राह में चीन का सबसे बड़ा रोड़ा है, लिहाजा चीन ने OBOR प्रोजेक्ट के तहत अपनी आक्रामक रणनीति को थोड़ा बदला है। अब चीन आक्रामक रणनीति न अपनाकर सोझी-समझी नीति के तहत अपने प्रोजेक्ट्स को आगे बढायेगा।