‘पप्पू नहीं हैं राहुल गांधी’- सैम पित्रोदा का दावा
   05-मई-2019
 
 
 
कुछ साल पहले तक पप्पू भारत के आम घरों में एक प्यारा निकनेम होता था। यहां तक कि बिहार के एक बाहुबली नेता का नाम पप्पू यादव रहा। जो कभी मजाक का विषय नहीं बना। लेकिन पिछले कुछ सालों में राजनीति ने इस नाम को मजाक बना कर रख दिया है और ये नाम चिपक गया राहुल गांधी के नाम के साथ। सोशल मीडिया ये राहुल गांधी का पर्याय बन चुका है। यहां तक कि कांग्रेस नेताओं के जेहन में भी...इसका एक उदाहरण आज देखने को मिला कांग्रेस ओवरसीज़ के प्रेजीडेंट सैम पित्रोदा की प्रेस कांफ्रेंस में। जब अपने नेता राहुल गांधी को बेहद गंभीर और समझदार बताते-बताते ये कहना नहीं भूले कि- वह (राहुल गांधी) पप्पू नहीं है। दरअसल बीजेपी पर पिछले एक दशक से कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के खिलाफ दुष्प्रचार का आरोप लगाते हुए इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के प्रमुख सैम पित्रोदा ने रविवार को इंदौर में कहा कि वह "पप्पू" नहीं, बल्कि बेहद पढ़े-लिखे और समझदार नेता हैं। पित्रोदा ने कहा, "भाजपा राहुल के खिलाफ पिछले 10 साल से लगातार कुछ न कुछ कह रही है, लेकिन इसके ठीक उलट मुझे उनके नेतृत्व पर पूरा विश्वास है. वह पप्पू नहीं हैं। वह बेहद पढ़े-लिखे और समझदार शख्स हैं. वह एक युवा नेता हैं और भारत को युवा नेताओं की जरूरत है।"
 
 
 
जाहिर है कि संचार तकनीक के विशेषज्ञ माने जाने वाले सैम पित्रोदा भी समझते हैं सोशल मीडिया के ट्रोल राहुल पर हमला करने के लिये उन्हें अक्सर "पप्पू" के नाम में संबोधित करते हैं। लिहाजा जाने-अनजाने उन्होनें उसी सरनेम पर सफाई देते हुए कहा, "मैंने राहुल की दादी (इंदिरा गांधी) और उनके पिता (राजीव गांधी) के साथ काम किया है। मैंने राहुल के साथ भी इस बारे में विचार-विमर्श करते हुए अच्छा-खासा वक्त बिताया है कि हम देश को किस तरह आगे ले जा सकते हैं।"
 
 
 
 
 
 इंदौर में प्रेस कांफ्रेंस के दौरान सैम पित्रोदा
 
 
पित्रोदा ने कहा कि भारत को आधुनिक सोच वाले ऐसे नेताओं की जरूरत है जो जुमलों से नहीं, बल्कि नयी तकनीक से लैस हों। उन्होंने केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि सोशल मीडिया पर झूठ फैलाये जा रहे हैं और विपक्षी नेताओं पर निजी हमले सामान्य हो चुके हैं।