फ्रांस ने यूएन में कहा- सिक्योरिटी काउंसिल में भारत को मिलनी चाहिए स्थायी सदस्यता
   07-मई-2019

 
यूएन सिक्योरिटी काउंसिल में मसूद अजहर को ग्लोबल आतंकी घोषित करने के बाद फ्रांस ने एक बार फिर भारत के साथ अपनी दोस्ती की मिसाल कायम की है। संयुक्त राष्ट्र में फ्रांस के स्थायी प्रतिनिधि ने सिक्योरिटी काउंसिल में भारत की स्थायी सदस्यता के लिए एक बार फिर सिफारिश की। भारत के साथ जर्मनी, ब्राजील औऱ जापान का नाम लेते हुए फ्रांस ने कहा कि- इंडिया और जर्मनी, ब्राजील और जापान जैसे देशों को स्थायी सदस्यता एकदम जरूरी है, ताकि एक बड़ी और परिष्कृत यूएन सिक्योरिटी काउंसिल मौजूदा परिस्थितियों को ठीक से पहचान कर आगे बढ़ सके। यहीं फ्रांस की कूटनीतिक प्राथमिकता है।
 
जर्मनी के प्रतिनिधि क्रिस्टोफर ह्यूगेन के साथ पत्रकारों से बात करते हुए फ्रांसिस देलात्रे ने कहा कि- पॉलिसी के मामले में फ्रांस और जर्मनी की साझा पॉलिसी है कि हम मिलकर सिक्योरिटी काउंसिल को बड़ा करने और इसके लिए नीतिगत फैसले लेने के लिए काम करेंगे, क्योंकि ये विश्व के असली प्रतिनिधित्व और प्रतिबिम्ब को प्रदर्शित करेगा। इसमें कोई शक नहीं है। ऐसे में जर्मनी, जापान, इंडिया, ब्राजील और अफ्रीका के एक प्रतिनिधि को सिक्योरिटी काउंसिल में जगह मिलनी चाहिए, ताकि उचित प्रतिनिधित्व मिल सके।
 
आपको बता दें भारत लंबे समय से यूएन में सिक्योरिटी काउंसिल में सदस्यों की संख्या बढ़ाये जाने की मांग करता रहा है। जिसमें भारत की दावेदारी सबसे मजबूत है। भारत की लगातार कोशिशों के बाद यूएन में केटैगरिज़ ऑफ मेंबरशिप के इश्यू को लेकर 122 में से 113 देशों ने सिक्योरिटी काउंसिल में सदस्यों की संख्या बढाने के पक्ष में डॉक्यूमेंट फ्रेमवर्क जमा करा दिया है। यानि यूएन के 90 फीसदी से ज्यादा सदस्य देश संख्या बढाने के पक्ष में हैं। अब देखना ये है कि ये कब संभव हो पाता है।