IAF गरूड़ कमांडो टीम के साथी जवानों ने जमा किये 7 लाख रूपये, धूमधाम से हुई अशोक चक्र विजेता शहीद कमांडो ज्योति निराला की बहन की शादी, जवानों के हाथों पर चलकर की विदाई
   13-जून-2019
 
 
 
देश भले ही याद न रखे, लेकिन देश पर कुर्बान होने वाले को न तो परिवार कभी भुला पाता है, न ही फोर्स। इंडियन एयरफोर्स की कमांडो फोर्स गरूड़ के लिए अपना जवान अशोक चक्र विजेता ज्योति प्रकाश निराला ऐसा ही वीर है, जिसे उसकी फोर्स ने भी कभी नहीं भुलाया। ज्योति प्रकाश बिहार के रोहताश जिले के बदलाडीह का रहने वाला था, जिसने कश्मीर में आतंकियों से लड़ते हुए वीरगति प्राप्त कर ली थी।
 
 
नवंबर 2017 में कश्मीर में शहीद होने पर ज्योति प्रकाश परिवार में किसान पिता, 3 बिन-ब्याही बहनें, पत्नी और एक मासूम बेटी बेसहारा हो गये थे। लेकिन यूनिट के साथियों ने कभी साथ नहीं छोड़ा। 2 दिन पहले ज्योति प्रकाश की छोटी और तीनों में से पहली बहन की शादी हुई। शादी धूमधाम से हो इसके लिए गरूड़ यूनिट के हरेक कमांडों ने 500 रू जमा किये। कुल मिलाकर 7 लाख रूपये जमा हुए। जिसका चेक साथियों ने ज्योति प्रकाश के पिता को सौंपा। शादी में कोई दिक्कत न हो इसका भी साथियों ने खूब ख्याल रखा। धूमधाम से शादी हुई, और जब विदाई हुई तो बहन ने जवानों के हाथों पर चलकर बाहर आयीं। 
 
 

 
 
 
 
शादी में शामिल होने पहुंचे साथी जवान, शादी की तस्वीरें 
 
 
 
इंडियन एयरफोर्स की इलीट कमांडो फोर्स गरूड के कमांडो कॉरपोरल ज्योति प्रकाश निराला नवंबर 2017 में कश्मीर में तैनात थे। ज्योति प्रकाश की कमांडो टीम को चिनार कॉर्प्स के साथ अटैच किया गया था। एक दिन पता चला कि हाजिन इलाके के चंद्रगढ़ में एक मकान में लश्कर ए तैयबा के 6 आतंकी छिपे हुए हैं, राष्ट्रीय रायफल के साथ ज्वाइंट टीम में ज्याति प्रकाश भी ऑपरेशन में शामिल थे। अचानक आतंकियों ने ज्योति प्रकाश की टीम पर फायरिंग शुरू कर दी। अपनी कमांडो ट्रेनिंग का प्रदर्शन करते हुए ज्योति प्रकाश आतंकियों के बेहद नजदीक पहुंच गये और एक-एक कर 6 में से 3 आतंकियों को मार गिराया। लेकिन इस दौरान ज्योति प्रकाश भी दुश्मन की गोलियों से घायल हो गये और वीरगति को प्राप्त हुए।  26 जनवरी 2018 को राष्ट्रपति ने ज्योति प्रकाश निराला के अदम्य साहस के प्रदर्शन और वीरता के लिए मरणोपरांत अशोक चक्र से सम्मानित किया। 
 
 
 
 26 जनवरी 2018 को ज्योति प्रकाश (पत्नी सम्मान लेते हुए)  को मरणोपरांत अशोक चक्र से सम्मानित करते राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद
 
 

 
ज्योति प्रकाश का परिवार