पाकिस्तान में बनी 5000 लोगों की लिस्ट, जिनको मारने से बदल जायेगी पाकिस्तान की किस्मत! जानिए, क्या है आईएसआई के नये पाकिस्तान का खतरनाक चीनी फॉर्मूला
   18-जून-2019
 
 
इमरान खान की सरकार औऱ आर्मी की मनमानी के बावजूद भी पाकिस्तान में इकॉनोमी की हालत लगातार बदतर होती जा रही है, इसी को लेकर 11 जून को जिओ टीवी पर हामिद मीर के प्रोग्राम में पाकिस्तान सरकार के फेडरल मिनिस्टर फैसल वावडा ने एक खौफनाक खुलासा किया। फैसल ने कहा कि पाकिस्तान में अगर 5000 हजार लोगों को कत्ल कर दिया जाये, तो पाकिस्तान के 22 करोड़ लोगों की किस्मत बदल जायेगी।
 
 
 
 
 
फैसल वावडा के बड़बोलेपन को देखते हुए प्रोग्राम में इस बयान को हल्के तौर पर लिया गया। लेकिन इसके अगले दिन पाकिस्तान के जाने-माने वरिष्ठ पत्रकार राऊफ क्लासरा ने फैसल वावडा के बयान की न सिर्फ तसदीक की, बल्कि ये भी बताया कि आखिर ये बात आई कहां से। राऊफ क्लासरा ने बताया कि पाकिस्तान सरकार के एक बड़े ओहदेदार ने कई वरिष्ठ पत्रकारों को ऑफ द रिकॉर्ड ये प्लान बताया है। जिनको चुप रहने की हिदायत भी दी गयी है।
 
  
 
 
 
जाहिर है एक वरिष्ठ पत्रकार की तसदीक के बाद पाकिस्तान में हलचल शुरू हुई और सत्ता के विरोधियों ने इस साजिश की कड़ियां जोड़ने शुरू की तो पता चला कि दरअसल ये प्लान आईएसआई ने तैयार किया है। आईएसआई के एक पूर्व मुखिया को होम मिनिस्टर बनाया गया, फायनेंस मिनिस्टर भी आर्मी के कहने पर बदला गया और हाल ही में 2 दिन पहले लेफ्टिनेंट जनरल फैज़ हमीद को आईएसआई का डीजी नियुक्त किया गया। फैज़ हमीद एक बेहद कुख्यात किरदार माना जाता है, जिसने ऑपरेशन जर्ब-ए-अज्ब के दौरान फाटा (खैबर पख्तूख्वां) में हजारों पश्तूनों को एक्स्ट्रा ज्यूडिशियल कीलिंग की। नवाज शरीफ के दौर में इस्लामाबाद में इमरान खान का धरना ऑर्गनाइज़ करवाया औऱ फिर धांधली के जरिये इमरान खान को सत्ता पर काबिज़ भी करवाया।
 
 
 
 
 
 आईएसआई के नये डीजी फैज हमीद
 
 
पाकिस्तान में पिछले एक महीने में राजनीतिक हालात काफी तेज़ी से बदले हैं। पहले पश्तून तहफुज़ मूवमेंट के लीडर्स की गिरफ्तारी और फिर नेशनल अकाउंटिबिलिटी ब्यूरो द्वारा पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी और हमजा शाहबाज की गिरफ्तारी से सत्ता ने साबित किया कि वो विरोधियों को बख्शने के कतई मूड में नहीं है। लिहाजा बताया जा रहा है कि ऐसे 5 हजार लोगों की लिस्ट तैयार हो चुकी है। जोकि आर्मी विरोधी रहे हैं और जो आने वाले समय में पाकिस्तान के संविधान में बदलाव का विरोध कर सकते हैं। इन पर लगाम लगाने की तैयारी हो चुकी है।
 
 
आखिर क्या है प्लान?
 
 
जानकारों के मुताबिक ये फॉर्मूला चायनीज़ शासन प्रणाली से प्रभावित है। जिस प्लान के तहत कई स्तरों पर काम होना है। एक प्रैस पर पाबंदी, दूसरा चरण में पाकिस्तान के संविधान में भारी बदलाव किये जायें और फिर तीसरे चरण में इसके तहत सत्ता विरोधियों को जेल में डालकर या फिर फांसी देकर उनके विरोध को दबाया जाये औऱ फिर अंतिम चरण के तहत नये फायनेंशियल प्लान और इकॉनोमिक पोलिसी लागू कर पाकिस्तान की हालत सुधारने की कोशिश की जाये। चीन का उदाहरण पाकिस्तान के सामने एक सफल उदाहरण दिखाई दे रहा है।