मोदी सरकार 2.0 बनते ही कश्मीर एडिटर्स गिल्ड में भी शुरू हुई हलचल, ग्रेटर कश्मीर एडिटर ने दिया इस्तीफा, आखिर पुरानी सरकारों में मलाई खाने वाले पत्रकारों में क्यों बढ़ी बेचैनी?
   02-जून-2019
 
 
 
जम्मू कश्मीर में पुलवामा हमले के बाद केंद्र सरकार ने राज्य प्रशासन के जरिये कश्मीर के अलगाववादी पसंद मीडिया पर भी नकेल कसनी शुरू की थी। इस कड़ी में राज्यपाल ने ग्रेटर कश्मीर और कश्मीर रीडर समेत कई अखबारों के सरकारी विज्ञापन बंद कर दिये थे। जिससे ये अखबार करोड़ों का धंधा किया करते थे। लेकिन फिर भी अलगाववादी और आतंकवाद परस्त रिपोर्टिंग किया करते थे। इन मीडिया हाउसेस को उम्मीद थी कि दिल्ली में सरकार बदलेगी तो इनकी किस्मत फिर पलटेगी। लेकिन मोदी सरकार और मजबूती के साथ दोबारा सत्ता में आयी तो इन मीडिया मुगलों को अपना भविष्य साफ दिखायी देने लगा है।
 
 
 
 
जिसके चलते कश्मीर एडिटर्स गिल्ड में कुछ भी ठीक नहीं चल रहा है। संडे को अचानक कश्मीर के बड़े अखबार फैयाज अहमद कालू ने एडिटर्स की बेसिक मेंबरशिप से इस्तीफा दे दिया। फैयाज ने कहा कि एडिटर्स गिल्ड अपना बेसिक ध्येय पूरा नहीं कर रही है। खबर है कि कुछ और रसूखदार पत्रकार एडिटर्स गिल्ड को छोड़ सकते हैं। कहा जा रहा है कि कुछ पत्रकारों पर पिछली राज्य सरकारों में जमकर मलाई खाने के आरोप हैं। पिछली सरकारों में अपने रूतबे का फायदा उठाकर वो कईं विभागों में सरकारी प्रोजेक्ट्स और टेंडर पाते रहे हैं। लेकिन विज्ञापन बंद होने के बाद अब शिकंजा धीरे-धीरे कसता जा रहा है। जिसके नतीजे में ये पत्रकार कश्मीर एडिटर्स गिल्ड से साथ खड़े होने की उम्मीद कर रहे थे। जोकि संभव नहीं हुआ, लिहाजा इस्तीफा देकर माहौल बनाने में लग गये हैं।