बीसीसीआई फर्जी बर्थ सर्टिफिकेट देने पर आईपीएल प्लेयर रसिक सलाम पर 2 साल का बैन, U-19 टीम से भी बाहर
   21-जून-2019

 
इस बार हुए आईपीएल में मुंबई इंडियंस के लिए खेलने वाले कश्मीरी फास्ट बॉलर रसिक सलाम डेब्यू कर पूरे जम्मू कश्मीर में धूम मचा दी थी। रसिक कश्मीरियों के लिए एक यंग आयडल बनकर उभरा था। रसिक हाल ही में इंडिया की अंडर-19 टीम में भी चुने गये थे। लेकिन रसिक के करियर पर शुरू होते ही उस वक्त ब्रेक लग गया, जब क्रिकेट बोर्ड ने रसिक के दिये गये सर्टिफिकेट वेरिफाई करने के लिए जम्मू कश्मीर स्टेट बोर्ड ऑफ स्कूल एजुकेशन को दिये। स्टेट बोर्ड ने वेरिफाई कर खुलासा किया कि रसिक द्वारा बोर्ड में बर्थ सर्टिफेकट के नाम पर जमा कराया गया 10वीं का सर्टिफिकेट फर्जी है। स्टेट बोर्ड के मुताबिक जो रोल नंबर रसिक द्वारा दिये गये सर्टिफिकेट पर है, रिकॉर्ड के हिसाब से रोल नंबर औवेस वागे नामक स्टूडेंट का है, यानि 10वीं का सर्टिफिकेट फर्जी था।
 

 


 
 
 
 
इसकी जानकारी मिलने पर बीसीसीआई ने तुरंत अनुशासनात्क कार्रवाई करते हुए रसिक सलाम पर 2 साल का बैन लगा दिया। साथ ही बीसीसीआई ने रसिक को अंडर-19 टीम से भी बाहर कर दिया है। जाहिर है एक उभरते खिलाड़ी पर ऐसा ग्रहण लगा जिसने उबरना आसान नहीं होगा। लेकिन ऐसे में सवाल उठता है कि रसिक ने फर्जी सर्टिफिकेट क्यों दिया, क्या उसको किसी ने बरगलाया। इन सबके सवाल खोजे जाने चाहिए।
 
 
 
आपको बता दें कि रसिक आतंकवाद प्रभावित कुलगाम जिले का रहने वाला है, जिसने अपने चचेरे भाईयों नदीम जावेद और मुबीन कौल से ही क्रिकेट की ट्रेनिंग हासिल की। जिसकी फास्ट बॉलिंग के टैलेंट को देखकर पूर्व इंडियन प्लेयर इरफान पठान ने उसे 700 अस्पायरिंग क्रिकेटर्स में से चुना था। इसके बाद रसिक सलाम ने विजय हजारे ट्रॉफी में भी बेहतरीन प्रदर्शन किया था, जहां से मुंबई इंडियंस के मैनेजमेंट ने रसिक को अपनी टीम में लेने का फैसला किया था।