मेहमान इमरान ने यूएस दौरे और ट्रंप के साथ मीटिंग का हल्ला मचा रखा था, मेज़बान व्हाइट हाउस ने कहा- नहीं है दौरे की जानकारी
   10-जुलाई-2019
 
 
4 जुलाई को पाकिस्तान विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने मीडिया में घोषणा की थी कि प्रेज़ीडेंट ट्रंप के बुलावे पर 21 जुलाई से इमरान खान यूएस के दौरे पर जायेंगे। 22 जुलाई को व्हाइट हाउस में प्रेज़ीडेंट डोनाल्ड ट्रंप के साथ इमरान खान की मीटिंग होगी। इसके बाद पाकिस्तानी मीडिया में इस मीटिंग को लेकर लगातार किस्सागोई जारी है। पाकिस्तान में इसे बड़ी कूटनीतिक जीत के तौर पर पेश कर रहा था।
 
 
लेकिन मंगलवार शाम व्हाइट हाउस में एक प्रेस ब्रीफिंग के दौरान जब एक उत्साहित पाकिस्तानी पत्रकार ने स्टेट डिपार्टमेंट स्पोक्सपर्सन मोर्गन ऑर्टगस इमरान खान के दौरे के बारे पूछा। तो मोर्गन ऑर्टगस ने कहा कि “मैने भी ऐसी ही रिपोर्ट्स पढ़ी हैं, जैसे कि आपने। मेरी जानकारी के मुताबिक व्हाइट हाउस ने अभी तक इसको कन्फर्म नहीं किया है। लेकिन मैं व्हाइट हाउस से संपर्क कर विज़िट के बारे में जानकारी हासिल करूंगी। हमारे पास स्टेट डिपार्टमेंट की तरफ से इस बारे में बताने को कुछ नहीं है।“ साफ है कि यूएस के इस बयान बाद पाकिस्तान की किरकिरी देश में भी हुई और अमेरिका में भी।
 
 
 
 
 
इंटरनेशनल किरकिरी होने के बाद पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय मोहम्मद फैसल ने एक ट्वीट कर सफाई दी है कि दौरे को लेकर बातचीत अभी चल रही है, दौरा फाइनल होने पर आधिकारिक घोषणा की जायेगी।
 
 
 
 
 
 
अभी दो दिन पहले पाकिस्तान को रूस ने करारा झटका दिया था। दरअसल पाकिस्तान के विदेश विभाग द्वारा यह झूठी खबर फैलाई जा रही थी कि इमरान खान को भी EEF में आने का आमंत्रण दिया गया है। लेकिन रूस ने बयान जारी कर साफ़ किया कि दक्षिण एशियाई मीडिया में आ रहीं इस प्रकार की खबरें निराधार हैं। रूस ने भारत को संदेश भेजकर यह स्पष्ट किया कि उसने 4-6 सितंबर के बीच व्लादिवोस्टक में होने वाली ईस्टर्न इकोनॉमिक फोरम (EEF) की बैठक में पाकिस्तान को न्योता नहीं भेजा है। गौरतलब है कि EEF के इस पाँचवें आयोजन में रूस ने भारतीय प्रधानमंत्री को ‘मुख्य अतिथि’ के रूप में आमंत्रित किया है।
 
 
 
 
इससे पहले पिछले महीने पाकिस्तान के फायनेंस मिनिस्टर ने अचानक घोषणा कर दी थी, कि एशियन डेवलपमेंट बैंक पाकिस्तान को 6 बिलियन डॉलर का कर्ज देने को तैयार हो गया है। जिसके बाद इसे पाकिस्तान में इमरान खान की कामयाबी के तौर पर पेश किया जाने लगा। लेकिन एशियन डेवलपमेंट बैंक से संडे को मीडिया को बयान देकर साफ किया कि ऐसा कुछ नहीं है, अभी सिर्फ शुरूआती बातचीत चल रही है।
 
 
 
दरअसल कर्ज में डूबे पाकिस्तान में डूबती इकॉनोमी के बाद आम लोगों में निराशा का माहौल है। नये पाकिस्तान का वायदा करने वाले इमरान खान के नेतृत्व में हालात और बदतर होते जा रहे हैं। ऐसे में इमरान सरकार इस तरफ की खबरें प्लांट कर लोगों में उत्साह का माहौल बनाने की कोशिश में जुटे हैं। लेकिन हर बार इन खबरों से उत्साह बढ़ने के बजाय पूरे मुल्क की किरकिरी ज्यादा होती है।