लद्दाख, 6 जुलाई को चीनी सैनिकों ने की थी घुसपैठ, LAC पार कर 6 किमी अंदर आकर पीएलए सैनिको ने फहराया चीनी फ्लैग
   11-जुलाई-2019
 
 
6 जुलाई को तिब्बत के आध्यात्मिक गुरू दलाई लामा का जन्मदिन है, जिसे जम्मू कश्मीर के लद्धाख क्षेत्र में रहने वाले बुद्धिस्ट उत्साह से मनाते हैं। लद्दाख के दक्षिण-पूर्व में लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल के पास बसे कोयूल, डेमचोक और डुंगती गांव में रहने वाले बुद्धिस्टों ने भी इस दिन मिलकर एक सेलिब्रेशन आयोजित किया था। जिसमें स्थानीय लोग आमतौर पर भारतीय तिरंगा, बुद्धिस्ट फ्लैग और तिब्बती फ्लैग एक साथ फहराते हैं। सालों से मनाये जा रहे इस सेलिब्रेशन को इस बार भी ऐसे मनाया जा रहा था। लेकिन स्थानीय लोगों के मुताबिक पीएलए के सैनिक लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल पार कर करीब 6 किमी अंदर तक आ पहुंचे और स्थानीय लोगों को इस सेलिब्रेशन को बंद करने के लिए धमकाया। पीएलए के कम से कम एक दर्जन सैनिक घंटों वहां रहे और चीनी झंडा वहां फहराकर इस क्षेत्र को अपनी टेरिटरी बताकर लोगों को धमकाते रहे।
 
 

 
चीनी पीएलए सैनिकों ने इस इलाके में घुसपैठ की 
 
 
 
जाने से पहले पीएलए सैनिक इंडस नदी के पास चीनी झंडे गाड़कर चले गये। स्थानीय गांववालों से सिक्योरिटी एजेंसीज़ को इसकी सूचना दे दी है और आशंका जताई है कि इंडस नदी के पूर्व में पठारी मैदान,जहां स्थानीय लोग हमेशा अपने जानवरों की चारागाह के तौर पर इस्तेमाल करते रहे हैं, पर कब्जा करने की कोशिश में हैं। इसके लिए वो लगातार इस इलाके में घुसपैठ करते रहते हैं। 
 
 


 
 स्थानीय लोगों द्वारा खींची गयी घुसपैठ की तस्वीरें
 
 
 
जाहिर है चीनी घुसपैठ की ये और भारत को उकसाने की कोशिश है, इससे पहले ही लद्दाख के क्षेत्र मे चीन पहले भी लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर घुसपैठ करने की कोशिश करता रहा है, लेकिन आईटीबीपी के जवानों ने हमेशा उनको पीछे हटाने में कामयाबी पायी है। लेकिन इस ताजा मामले में भारत की तरफ से अभी तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आयी है।
 


इंडस नदी के पार घुसपैठ की तस्वीरें