लेकिन गिलानी का वो बयान है क्या...?? जिसपर चीन नाराज़ हो सकता है
   15-जुलाई-2019


 

भारत के जम्मू कश्मीर राज्य की सीमा से लगे चीनी प्रांत शिंजियांग में उईगर मुसलमानों पर हो रहे अत्याचारों को लेकर इस्लामिक देश पाकिस्तान ने भले ही आँखें मूँद रखी हैं और वह इस कुकृत्य में चीन का समर्थन भी कर रहा है। लेकिन जम्मू कश्मीर में पाकिस्तान के समर्थक और अलगाववादी गुट के नेता सय्यद अली शाह गिलानी ने चीन के विरुद्ध बयान दिया है। गिलानी ने कहा था कि चीन उइगर मुसलमानों के साथ अच्छा व्यवहार नहीं कर रहा है, उन्हें जबरदस्ती कैंपों में बंद करके रखा गया है। 
 
दरअसल अभी हाल ही में दुनिया के 22 देशों ने चीन में उईगर मुसलमानों को डिटेंशन सेंटर में रखे जाने के खिलाफ यूएन को पत्र भेजा था जिसमें चीन पर कार्रवाई करने और उईगर मुस्लिमों को चीन के चंगुल से छुड़वाने की अपील की गई थी। इन देशों में ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन, जापान, फ्रांस और जर्मनी जैसे देश शामिल हैं। मजेदार यह है कि इसी मुद्दे पर पाकिस्तान समेत 37 देशों ने चीन का समर्थन भी किया। 
 
लेकिन अब जम्मू कश्मीर के पाकिस्तान समर्थक अलगाववादी नेता ने चीन के विरोध में बयान देकर चीन को भड़काने का काम किया है। आशंका जताई जा रही है कि चीन सय्यद अली शाह गिलानी के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दे सकता है। यूँ तो कश्मीर के सभी अलगाववादी गुट पाकिस्तान के मुखौटे हैं और पाकिस्तान इन्हें भारत के खिलाफ इस्तेमाल करता रहता है। पाकिस्तान और अलगावादियों के बीच इस गठजोड़ पर चीन भी हमेशा चुप्पी साधे रहता है, लेकिन गिलानी की उइगर मुसलमानों पर की गई टिप्पणी चीन को नाराज़ कर सकती है। 
 
कश्मीरी अलगाववादी नेता सय्यद अली शाह गिलानी का बयान चीन की परेशानी का सबब बन सकता है। जहाँ पाकिस्तान से लेकर सभी मुस्लिम देश उइगर मुसलमानों के मामलों में चीन के साथ हैं वहीं गिलानी ने इस मुद्दे को पूरी दुनिया के सामने जोर शोर से उठाया है। ऐसे में चीन पाकिस्तान से इन अलगाववादी गुटों से दूरी बनाने को कह सकता है।