कमलनाथ सरकार ने सिलेबस से हटाया कारगिल युद्ध का पाठ, दिए विचित्र तर्क
   16-जुलाई-2019


 

 
करगिल युद्ध को भारतीय सेना के अदम्य साहस और शौर्य के लिए याद किया जाता है। लेकिन मध्‍य प्रदेश में कमलनाथ सरकार ने कॉलेज सिलेबस से कारगिल युद्ध से जुड़े पाठ को ही पाठ्यक्रम हटा दिया है। इसके पीछे ऐसे तर्क दिए जा रहे हैं जो किसी के गले नहीं उतर रहे। भोपाल के सबसे पुराने और बड़े एमवीएम साइंस कॉलेज में सैन्य विभाग भी है। सरकार बदलते ही उसके सिलेबस में भी बदलाव कर दिया गया है। वर्ष 2019-20 के सिलेबस से करगिल युद्ध का अध्याय हटा दिया गया है, जबकि 2017-18 तक यह पाठ्यक्रम में था। 
 
कॉलेज ने 15-20 लोगों की टीम रिव्यू के लिए बनाई थी। इसी टीम ने कोर्स में बदलाव किया है। इसके पक्ष में ऐसे तर्क दिए जा रहे हैं, जो किसी के गले नहीं उतर रहे हैं। कहा जा रहा है कि करगिल युद्ध की किताबें न मिलने के कारण इसे कोर्स से हटाया गया है। कॉलेज के अनुसार करगिल वॉर पर अच्छे लेखकों की किताबें नहीं हैं। यह अलग बात है कि प्रॉक्सी वॉर के बारे में पढ़ाकर छात्र-छात्राओं को सारे युद्धों की जानकारी दी जा रही है। 
 
भारतीय सेना की इस विजय गाथा को कोर्स से हटाने पर सियासत भी गर्मा गई है। बीजेपी ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। पार्टी का कहना है कि कांग्रेस सरकार के इशारे पर यह किया गया है, क्योंकि प्रदेश सरकार अटल बिहारी वाजपेयी के शासनकाल में हुए इस युद्ध विजय की गाथा नई पीढ़ी को नहीं बताना चाहती है।