18-जुलाई-2019 |
इस प्रकरण पर अमरीकी राष्ट्रपति ने ट्वीट कर कहा, “दस साल की तलाश के बाद मुंबई आतंकी हमले का मास्टरमाइंड गिरफ्तार कर लिया गया है। दो साल तक उसे खोजने के लिए भारी दबाव डालना पड़ा।”
ट्रम्प के इस ट्वीट के बाद लोगों ने उन्हें याद दिलाना शुरू कर दिया कि हाफिज सईद की ‘तलाश’ नहीं हो रही थी बल्कि वह खुला घूम रहा था। अमरीका की हाउस फॉरेन अफेयर्स कमेटी ने ट्रम्प के ट्वीट को रीट्वीट करते हुए कहा, “आपकी जानकारी के लिए पाकिस्तान हाफिज सईद को 10 साल से खोज नहीं रहा था। वह खुला घूम रहा था और उसे पहले भी दिसंबर 2001, मई 2002, अक्टूबर 2002, अगस्त 2006, दिसंबर 2008, सितंबर 2009, और जनवरी 2017 में गिरफ्तार किया जा चुका है। जब तक सजा न हो जाए तब तक कृपया ताली न बजाएँ।”
हडसन इंस्टिट्यूट के डायरेक्टर और भूतपूर्व पाकिस्तानी राजनयिक हुसैन हक़्क़ानी ने भी ट्वीट कर लिखा कि सईद को खोजना कोई समस्या कभी नहीं रही। उसे पहले भी कई बार गिरफ्तार किया जा चुका है। प्रेजिडेंट को उस व्यक्ति को तुरंत नौकरी से निकाल देना चाहिए जिसने उन्हें यह जानकारी दी है।