'पाकिस्तान हाफिज़ सईद को ढूंढ नहीं रहा था, बल्कि वो वहां आजादी से घूम रहा था' - ट्रंप के ट्वीट के ठीक उलट यूएस फॉरेन अफेयर्स कमेटी का बयान
   18-जुलाई-2019

 

 
अमरीका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रम्प ने 26/11 के आरोपित और अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी हाफिज सईद की गिरफ्तारी पर कुछ ऐसा ट्वीट कर दिया कि उनकी किरकिरी हो गई। दरअसल कल ही पाकिस्तान में हाफिज सईद को फिर गिरफ्तार कर लिया गया है। इस बार पंजाब प्रान्त पुलिस के काउंटर टेररिज़्म डिपार्टमेंट (CTD) ने सईद को तब गिरफ्तार कर लिया जब वह लाहौर से गुजराँवाला कोर्ट में पेश होने के लिए जा रहा था। सईद ज़मानत के लिए एंटी टेररिज़्म कोर्ट जा रहा था तभी उसे गिरफ्तार किया गया। पंजाब के चीफ मिनिस्टर के प्रवक्ता शाहबाज़ गिल ने इसकी पुष्टि की कि हाफिज सईद को गुजराँवाला से गिरफ्तार किया गया है।

इस प्रकरण पर अमरीकी राष्ट्रपति ने ट्वीट कर कहा, “दस साल की तलाश के बाद मुंबई आतंकी हमले का मास्टरमाइंड गिरफ्तार कर लिया गया है। दो साल तक उसे खोजने के लिए भारी दबाव डालना पड़ा।”

 
 

ट्रम्प के इस ट्वीट के बाद लोगों ने उन्हें याद दिलाना शुरू कर दिया कि हाफिज सईद की ‘तलाश’ नहीं हो रही थी बल्कि वह खुला घूम रहा था। अमरीका की हाउस फॉरेन अफेयर्स कमेटी ने ट्रम्प के ट्वीट को रीट्वीट करते हुए कहा, “आपकी जानकारी के लिए पाकिस्तान हाफिज सईद को 10 साल से खोज नहीं रहा था। वह खुला घूम रहा था और उसे पहले भी दिसंबर 2001, मई 2002, अक्टूबर 2002, अगस्त 2006, दिसंबर 2008, सितंबर 2009, और जनवरी 2017 में गिरफ्तार किया जा चुका है। जब तक सजा न हो जाए तब तक कृपया ताली न बजाएँ।”

 
 

हडसन इंस्टिट्यूट के डायरेक्टर और भूतपूर्व पाकिस्तानी राजनयिक हुसैन हक़्क़ानी ने भी ट्वीट कर लिखा कि सईद को खोजना कोई समस्या कभी नहीं रही। उसे पहले भी कई बार गिरफ्तार किया जा चुका है। प्रेजिडेंट को उस व्यक्ति को तुरंत नौकरी से निकाल देना चाहिए जिसने उन्हें यह जानकारी दी है।