13 जुलाई का सच बोलने पर कांग्रेसी विक्रमादित्य सिंह के खिलाफ दूसरे कांग्रेसी नेता सैफुद्दीन सोज़ ने उगला जहर
   19-जुलाई-2019
 
 
13 जुलाई 1931 की तारीख वो काला अध्याय है, जिस दिन जम्मू कश्मीर के इतिहास में सांप्रदायिक दंगों की शुरूआत हुई थी। दंगाईयों को रोकने की कोशिश में प्रशासन की कार्रवाई में मारे गये लोगों को शहीदों को दर्जा देकर पिछले 70 सालों से जम्मू कश्मीर में एक सांप्रदायिक एजेंडा Maryrs’ Day मनाया जाता रहा है। जबकि जम्मू के डोगरा इसको ब्लैक डे के रूप में मनाते हैं। जिस दिन महाराजा हरि सिंह के खिलाफ सांप्रदायिक ताकतों ने हिंसा के सहारे पूरे श्रीनगर को दंगों की आग में झोंक दिया था। वो आग जो आज तक नहीं बुझ पायी।
 
 
महाराजा हरि सिंह के पोते और कांग्रेस के नेता विक्रमादित्य सिंह ने इसी को लेकर एक ट्वीट किया। जिसमें उन्होंने कहा कि Maryrs’ Day उन हज़ारों योद्धाओं के लिए मनाना चाहिए जिन्होंने देश के लिए कुर्बानी दी। 13 जुलाई 1931 ऐसा धब्बा है, जिसे स्टेट Maryrs’ Day के तौर पर मनाया जा रहा है।
 
 
लेकिन ये ट्वीट घाटी में सांप्रदायिक राजनीति करने वाले नेताओं को जमकर चुभी। किश्तवाड़ में पीपल्स कांफ्रेंस के लोकल नेता सज्जाद अहमद ने जिला कोर्ट में विक्रमादित्य सिंह के खिलाफ भावनाएं भड़काने का आरोप लगाते हुए कार्रवाई करने के लिए शिकायत दर्ज कराई। जिसके बाद कोर्ट ने भी किश्तवाड़ पुलिस को मामले की जांच करने आदेश दे दिया। 
 

 
 
हालांकि विक्रमादित्य सिंह ने अपना ट्वीट डिलीट कर दिया। लेकिन कांग्रेस के ही नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री रहे सैफुद्दीन सोज़ ने विक्रमादित्य सिंह के खिलाफ मोर्चा खोल दिया और ट्विटर पर अपनी भड़ास निकाल डाली।
 
 

 
 
सैफुद्दीन सोज के ट्वीट को जवाब में विक्रमादित्य सिंह के बेटे मार्तंड सिंह ने भी जोरदार जवाब दिया। देखिए ट्वीट-
 

 
 
 
 
 पढ़िए 13 जुलाई 1931 का पूरा सच अगले लिंक में-