आर्मी जनरल बाजवा को नहीं है पीएम इमरान पर भरोसा, व्हाइट हाउस मीटिंग में होंगे साथ-साथ
   20-जुलाई-2019
 
 
शनिवार को पाकिस्तान के पीएम इमरान खान यूएस दौरे पर वाशिंगटन पहुंचने वाले हैं। जहां वो 22 जुलाई को ही यूएस प्रेज़ीडेंट डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात करेंगे। क्या पीएम इमरान खान ठीक तरीके से प्रेजीडेंट ट्रंप के सामने अपना पक्ष रख पायेंगे। इसको लेकर पाकिस्तान के आर्मी जनरल आशंकित थे। क्योंकि प्रेजीडेंट ट्रंप द्वारा सालाना सहायता राशि बंद करने और कई दूसरे कूटनीतिक और आर्थिक मामलों में पाकिस्तान का साथ न देने पर पाकिस्तान की माली हालत दिवालिया होने कगार पर पहुंच चुकी है। लिहाजा ज़रूरी है कि महीनों की कोशिशों के बाद पाकिस्तान के विदेश के मंत्रालय ने पीएम इमरान के यूएस दौरे के लिए ट्रंप सरकार को मनाया है तो ऐसे में अमेरिकन लॉबी को फिर से अपने पक्ष में करने के लिए कोई कसर बाकी न छोड़ी जाये।
  
 
लिहाजा पाकिस्तानी पीएम के यूएस दौरे में पहली बार जनरल कमर जावेद बाजवा और आईएसआई चीफ फैज़ हामिद भी साथ होंगे। पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने इस खबर की पुष्टि की है। कुरैशी के मुताबिक दोनों टॉप जनरल पेंटागन के अधिकारियों से भी अलग से मुलाकात करेंगे। जनरल बाजवा डिफेंस सेक्रेटरी पैट्रिक एम. शैनेहन और नये ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ जनरक मार्क माइली से मुलाकात करेंगे। 
 
 
अमेरिका जानता है कि चूंकि पाकिस्तान के तमाम पॉलिसी मामले आर्मी ही संभालती है, तो ऐसे में अमेरिका भी चाहेगा कि आर्मी जनरल के पीएम इमरान के साथ हों। ताकि पॉलिसी डिसीज़न में कोई दिक्कत न हो।
 
 
 
अमेरिका फिलहाल कर्ज़ में डूबे पाकिस्तान के साथ नेगोशिएट करने के लिए बेहतर स्थिति में है। अमेरिका अफगानिस्तान में शांति बहाली के तालिबान से बाचतीत में पाकिस्तान की सपोर्ट चाहता है। जिसमें पाकिस्तान अभी तक सिर्फ लिप-सर्विस तक ही करता रहा है। प्रेज़ीडेंट ट्रंप अफगानिस्तान से यूएस आर्मी को निकालकर शांति बहाली का तमगा हासिल करना चाहते हैं। जिसके लिए पिछले एक साल से कोशिश हो रही है। वहीं पाकिस्तान आर्थिक मदद के साथ-साथ  पहले की तरह कूटनीतिक पार्टनरशिप की मांग रख सकता है। लेकिन पाकिस्तान द्वारा आतंकवाद पर कार्रवाई न करना अमेरिका की मदद के सामने बड़ा अडंगा है। पाकिस्तान को पहले दिखाना पडेगा कि वो अफगानिस्तान और पाकिस्तान में तालिबान पर कार्रवाई करने में सीरियस है। हाफिज सईद को दोबारा गिरफ्तारी इसी कड़ी का हिस्सा माना जा रहा है।
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 ये है इमरान खान का डे-प्लान
 
 
पीएम इमरान खान व्हाइट हाउस में कुल 3 घंटे समय बितायेंगे। जहां वो ओवल ऑफिस और कैबिनेट रूम में मीटिंग करेंगे। लेकिन क्या पीएम इमरान खान की मीटिंग वन-टू-वन मीटिंग करने की भी संभावना है। इमरान खान की ये ट्रंप के साथ पहली मुलाकात होगी।
  
प्रेजिडेंट ट्रंप से मिलने से पहले इमरान खान संडे आईएमएफ चीफ डेविड लिप्टन और वर्ल्ड बैंक के प्रेजिडेंट से भी मुलाकात करेंगे। जहां पीएम इमरान खान आईएमएफ से मिलने वाली 6 बिलियन डॉलर की कर्ज और शर्तों पर बात करेंगे।
 
इसके बाद पीएम इमरान खान भारत के प्रधानमंत्री मोदी की तरह पाकिस्तानी डायस्पोरा को संबोधित करेंगे। संडे शाम को इस कार्यक्रम का आयोजन कैपिटल वन एरिना में किया गया है, जहां पर ऑर्गनाइज़र 15 से 20 हजार पाकिस्तनियों के शामिल होने की संभावना जता रहे हैं।
 
अगले दिन यानि 23 जुलाई को इमरान खान की मीटिंग यूएस सेक्रेटरी माइल पोम्पैओ से होनी है। जिसके बाद पत्रकारों के साथ एक प्रेस कांफ्रेंस करेंगे। 23 जुलाई की शाम को ही इमरान खान वापस पाकिस्तान लौटेंगे।