अमेरिकन पत्रकार और कांग्रेसमैन भी कश्मीर पर ट्रंप के झूठ को मानने को तैयार नहीं, कहा- "झूठ बोलने का रोगी है ट्रंप, हम शर्मिंदा हैं"
    23-जुलाई-2019
 
 
 
अमेरिकन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप हमेशा अपने बचकाने बयानों को लेकर सुर्खियों में रहते हैं। इमरान खान से साथ सोमवार को प्रेस से बात करते हुए प्रेज़िडेंट ट्रंप ने एक और बयान दिया कि पीएम मोदी ने उन्हें कश्मीर में मध्यस्थता करने को कहा है। जाहिर है इस बयान पर पूरे दुनिया की मीडिया में हंगामा मच गया। देश में विपक्षी दल पीएम मोदी से सफाई मांग रहे हैँ।
 
 
लेकिन अमेरिकन मीडिया, अमेरिकन फॉरेन ऑफिस और कांग्रेंसमैन इस बयान को लेकर एकदम स्पष्ट हैं कि ये ट्रंप का एक और झूठ है, जोकि न सिर्फ बचकाना है। बल्कि शर्मिंदा करने वाला भी है। रिपब्लिकन कांग्रेसमैन ब्रैड शरमन ने कहा है कि साउथ एशिया को समझने वाला कोई भी शख्स इस बात को मानेगा कि कभी मोदी ने ऐसा ऑफर दिया होगा। यहां तक कि ब्रैड शरमन ने भारत से माफी तक मांगी है।
 


 
 
 
 
 
व्हाइट हाउस कवर करने वाले पत्रकारों ने भी प्रेज़ीडेंट ट्रंप के इस बयान को झूठा और गैरसंजीदा बयान करार दिया। कई पत्रकारों ने कहा कि इसमें कुछ भी चौंकाने वाला नहीं है, ट्रंप पहले भी ऐसा करते रहे हैं।
 
 







 
 
 
यहां तक कि यूएस डिपार्टमेंट ऑफ स्टेट के ब्यूरो ऑफ साउथ एंड सेंट्रल एशियन एफेयर्स ने भी स्पष्ट तौर पर सफाई देते हुए प्रेजीडेंट ट्रंप के ठीक उलट बयान जारी किया है।
 
 
 
 
इससे पहले इमरान खान और प्रेजिडेंट ट्रंप की मीटिंग की प्रेस रिलीज़ में भी कश्मीर के जिक्र को नहीं डाला गया। जाहिर है यूएस स्टेट डिपार्टमेंट ने इस बयान की संजीदगी और उसके प्रभावों को अच्छे से समझ लिया था।