टेरर फंडिंग केस अलगाववादी गिलानी के पोते अनीस-उल-इस्लाम को NIA का समन, कश्मीरी इंग्लिश डेली के एडिटर से भी पूछताछ जारी
   03-जुलाई-2019
 
 
नेशनल इंवेस्टीगेशन एजेंसी कश्मीर में टेरर फंडिंग मामले में लगातार अपना शिकंजा बड़ा करती जा रही है। 2017 के टेरर फंडिंग मामले में NIA ने अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी के पोते अनीस-उल-इस्लाम को पूछताछ के लिए पेश होने को कहा है। अनीस को भेजे समन में 9 जुलाई को लोधी रोड़ स्थित NIA मुख्यालय में हाजिर होने को कहा गया है। अनीस के पिता और गिलानी के दामाद अल्ताफ शाह उर्फ फंटूश पिछले पहले ही एक साल से एनआईए की हिरासत में है और तिहाड़ में बंद है।
 
 
इसके अलावा NIA ने मंगलवार को भी लगातार दूसरे दिन कश्मीर में प्रकाशित होने वाले एक इंग्लिश डेली न्यूजपेपर के एडिटर से भी पूछताछ जारी रखी। इस न्यूजपेपर के प्रकाशक से पूछताछ करने के बाद एडिटर इन चीफ से पूछताछ की जा रही है। इन पर 2016 में हिज्बुल मुजाहिदीन के बुरहान वानी के एनकाउंटर के बाद घाटी में भड़काऊ आर्टिकल प्रकाशित किये। जिसके संबंध टेरर फंडिंग केस में सामने आये हैं। इस कड़ी में एडिटर इन चीफ की फॉरेन ट्रेवेल और फंडिंग के बारे में पूछताछ जारी है।
 
 
आपको बता दें कि 2017 के टेरर फंडिंग मामले में NIA ने अलगाववादियों, पाकिस्तान में बैठे हाफिज सईद औऱ मसूद अजहर समेत घाटी में फैले नेटवर्क का पर्दाफाश किया है। जो कि घाटी में आतंकवाद और पत्थरबाज़ी को बढ़ावा दे रहे थे। इस मामले में NIA ने मीरवाइज़ उमर फारूख समेत कई दर्जनों अलगाववादी नेताओं से पूछताछ कर चुकी है।
 
 
सोमवार को राज्यसभा में बोलते हुए गृहमंत्री अमित शाह ने भी खुलासा किया था कि कश्मीर में टेरर फंडिंग केसों में NIA के 21 मामलों की जांच चल रही है। 1400 करोड़ की संपत्ति जब्त की गयी है। एनआईए के कामों में 40 लोगों को गिरफ्तार किया है, लगभग 137 लोगों पर चार्जशीट देश की अलग-अलग अदालतों में दाखिल कर दी गयी है।