NIA ने टेरर फंडिंग केस में पहले नेता इंजीनियर रशीद को किया गिरफ्तार, अलगाववादी पूर्व विधायक का है शाह फैसल के साथ राजनीतिक गठबंधन
   10-अगस्त-2019
 
 
 
बीती रात नेशनल इंवेस्टीगेशन एजेंसी ने श्रीनगर से पूर्व विधायक इंजीनियर रशीद को टेरर फंडिंग केस में गिरफ्तार कर लिया। टेरर फंडिंग केस में ये पहली राजनीतिक गिरफ्तारी है, इससे पहले इस केस में बिजनेस मैन जहूर अमहद वताली, शब्बीर शाह, आसिया अंदराबी समेत कई अलगाववादियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। पिछले हफ्ते 4 अगस्त को श्रीनगर में इंजीनियर रशीद से एनआईए ने पहली बार पूछताछ की थी। जिसके बाद उन्हें जाने दिया था।
 
 
 
दरअसल पाकिस्तान से टेरर फंड लेकर कश्मीर घाटी में पहुंचाने के मुख्य आरोपी जहूर वताली से पूछताछ में पता चला था कि घाटी में टेरर फंडिंग के इस्तेमाल के तार इंजीनियर रशीद से सीधे तौर जुड़ते हैं। इंजीनियर रशीद अलगाववादियों का राजनीतिक चेहरा रहा है। जोकि लंगेट विधानसभा से विधायक चुने गये थे।
 
 
 
 
विवादों में रहने वाले अलगावावादी इंजीनियर रशीद
 
 
 
 
1) बीजेपी के विरोध में इंजीनियर रशीद ने जम्मू कश्मीर विधानसभा में बीफ़-पार्टी दी
 
 
2) अफ़ज़ल गुरु को निर्दोष बताया और इसके लिए माफ़ी की माँग करते हुए भारत सरकार के खिलाफ कैंपेन चलाया।
 
 
3) अफ़ज़ल गुरु की लाश माँगी, राज्यसभा में जीतने के लिए कांग्रेसी नेता गुलाम नबी आजाद ने इंजीनियर रशीद का वोट पाने के लिए अफजल गुरू को फांसी देने और लाश न सौंपने पर 4 पेज की माफी मांगी। जिस पर कई कांग्रेसी सांसदों ने साइन किये,जब इसकी कॉपी इंजीनियर रशीद तक पहुंची। तब राज्यसभा चुनाव में रशीद ने गुलाम नबी के लिए वोट किया।
 
 
4) कई बार प्रेस में, प्रदर्शन में सरेआम कहा कि, “कश्मीर भारत का हिस्सा नहीं”
 
 
5) इंजीनियर रशीद विधायक रहते हुए हमेशा जनमत संग्रह की माँग करता रहा।
 
 
 
 
 
 
 
हाल ही में ईडी ने वताली की 8 करोड़ की संपत्ति जब्त की थी। जिसको मार्च के पहले हफ्ते में एनआईए ने दिल्ली से गिरफ्तार किया था। इसके जरिये में एनआईए ने कश्मीर घाटी में टेरर नेटवर्क और मनी लॉन्ड्रिंग के पूरे नेटवर्क का खुलासा किया था। बताया जा रहा है कि इंजीनियर रशीद का नाम भी इसी वताली से पूछताछ में सामने आया था।
 
 
 
इंजीनियर रशीद लंगेट विधानसभा के निवर्तमान विधायक हैं, जिसने हाल ही में नये नेता बने शाह फैसल की पार्टी से हाथ मिलाकर नया ग्रुप बनाया था। रशीद ने शाह फैसल के समर्थन से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर बारामूला सीट से लोकसभा चुनाव भी लड़ा था। जिसमें वो तीसरे नंबर पर रहे थे। आने वाले विधानसभा चुनावों में भी शाह फैसल और रशीद साथ मिलकर चुनाव मैदान में उतरने वाले हैं।