बिपिन रावत बन सकते हैं पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ? मोदी सरकार का बड़ा फैसला
   15-अगस्त-2019
 
रक्षा के क्षेत्र बड़ा कदम उठाते हुए मोदी सरकार ने लाल किले से एक बड़े फैसले की घोषणा की। इस घोषणा के मुताबिक भारत में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ पद का सृजन किया जा रहा जोकि सेना के तमाम अंगों का नेतृत्व करेगा। है। इसे एक गेम-चेंजर सिक्योरिटी रिफॉर्फ के तौर पर देखा जा रहा है। 1999 कारगिल युद्ध के बाद बनी रिव्यू कमेटी ने इसकी सिफारिश करीब 20 साल पहले की थी। इस कमेटी की अध्यक्षता के सुब्रमनयम ने की थी, जोकि मौजूदा विदेश मंत्री एस जयशंकर के पिता हैं। उस वक्त और बाद में सत्ताधारी राजनीतिक पार्टियों ने कभी इसको लेकर इच्छाशक्ति नहीं दिखायी। लेकिन लाल किले से 15 अगस्त का भाषण देते हुए पीएम मोदी ने इसकी घोषणा कर दी।
 
 
चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ तमाम सुरक्षा संबंधी मामलों को देखेगा, इससे सेना के तीनों अंगों में आपसी सामंजस्य मजबूत होगा।
 
 

खबरों के मुताबिक नये चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के पद सृजन, कार्यकाल, कार्य-प्रभार और नियुक्ति से संबंधी कार्य के लिए Implementation Committee गठित कर दी गयी है, जोकि अगले 3 महीनों में अपनी रिपोर्ट देगी।
 
 
 
 
 
मौजूदा चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ बिपिन रावत दिसंबर 2019 में रिटायर होने वाले हैं। ठीक उसी दौरान चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ की नियुक्ति होनी संभव है। ऐसे में मोस्ट सीनियर कमांडर होने के नाते पूरी संभावना है कि बिपिन रावत पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ नियुक्त होंगे।
 
 
इस बीच सुरक्षा विशेषज्ञों ने पीएम मोदी के इस ऐतिहासिक फैसले का स्वागत किया है।