मलेशिया में ज़ाकिर नाईक की इस्लामिक भाषणबाज़ी पर लगा बैन, जल्द निकाले जा सकते हैं देश से बाहर
   20-अगस्त-2019
 
 
 
भगोड़े मुल्ला जाकिर नाईक की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं। भारत से भागे जाकिर नाईक को मलेशिया में शरण मिली थी। लेकिन वहां भी जाकिर नाईक की जिहादी भाषणबाजी ने उसको मुश्किल में डाल दिया है। मलेशिया ने कार्रवाई करते हुए जाकिर नाईक इस्लामिक तकरीरों पर बैन लगा दिया है। यानि जाकिर नाईक अब मलेशिया में पब्लिक स्पीच नहीं दे पायेगा। मलेशिया ने ये कदम जाकिर नाईक के हालिया विवादास्पद जेहादी बयान के बाद लगाया है, जिसमें 8 अगस्त को जाकिर नाईक ने मलेशिया के हिंदूओं के खिलाफ बोलते हुए कहा था कि मलेशियन हिंदू भारतीय प्रधानमंत्री मोदी के प्रति ज्यादा समर्पित हैं, बजाय मलेशिया के। जाहिर है जाकिर नाईक मलेशियन मुस्लिमों को मलेशियन हिंदूओं के खिलाफ भड़काना चाहता था। जिसके बाद मलेशिया में जबरदस्त विरोध देखने को मिला। मलेशिया के मंत्रियों समेत, तमाम राजनीतिक पार्टियों ने जाकिर नाईक को देश से बाहर निकालने के लिए आंदोलन छेड़ दिया। जिसके बाद मलेशियन सरकार ने तत्काल प्रभाव से जाकिर नाईक के सार्वजिनक इस्लामिक तकरीरों पर बैन लगा दिया और उसे देश से बाहर निकालने के लिए वैधानिक तैयारी शुरू कर दी है।
 
 
रॉयल मलेशिया पुलिस के कॉरपोरेट कम्यूनिकेशन के हेड असिस्टेंट कमिश्नर दातुक अस्मावाती अहमद ने कन्फर्म करते हुए कहा कि मलेशिया के तमाम राज्यों के पुलिस मुखियाओं को सरकारी आदेश जारी किया जा चुका है। जिसमें जाकिर नाईक की सार्वजनिक स्पीच पर बैन लगा दिया गया है।
 
 
 
आपको बता दें कि जाकिर नाईक गल्फ देशों से भागने के बाद 3 साल पहले मलेशिया पहुंचा था। जहां मलेशिया ने जाकिर को स्थायी प्रवास दे दिया था। लेकिन उसके बाद से ही जाकिर नाईक अपने जेहादी इस्लामिक भाषणों के चलते विवादों में रहा। मलेशियन प्रधानमंत्री महाथिर बिन मोहम्मद के तीन-तीन मंत्री जाकिर नाईक को देश निकाला दिलवाने के लिए अडे हैं।
 
 
 
 
 

जाकिर नाईक के देश निकाले के मसले पर कैबिनेट में चर्चा भी हो चुकी है, जिसपर अभी तक कोई फैसला नहीं आया है। गृह मंत्री मुहईद्दीन यासीन ने कहा है कि जाकिर नाईक फेक न्यूज़ फैला रहे हैं, रेसिस्ट स्टेटमेंट दे रहे हैं। उन्हें मलेशियन सेंटिमेंट की कोई कद्र नहीं।
 
 

मलेशियन में सीनिए ह्यूमन रिसोर्स मिनिस्टर और हिंदू नेता एम कुलासेगरन ने कहा है कि जाकिर नाईक की करतूत से साबित होता है कि वो मलेशिया में रहने के बिल्कुल लायक नहीं है।