सेना में “सुधार प्रक्रिया” जारी, मानवाधिकार उल्लंघन और भ्रष्टाचार की शिकायतों के लिए बनेंगे 2 अलग सेल
   21-अगस्त-2019
 
 
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भारतीय सेना में पारदर्शिता बढाने और जिम्मेदारी तय करने लिए कुछ खास बदलावों को हरी झंडी दे दी है। रक्षा मंत्रालय ने सेना मुख्यालय में 2 नये सेल बनाने की घोषणा की है।
 
 
जिसमें एक सेल सेना अधिकारियों के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामलों की जांच और सुनवाई के लिए बनाया जायेगा। जोकि चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ के तहत बनेगा, ये सेल सेना की तीनों अंगों के अधिकारियों के प्रति जवाबदेह होगा। इस विजिलेंस सेल को एक एडीजी (विजिलेंस) इस सेल का कामकाज देखेंगे। इसमें सेना की तीनों अंगों से कर्नल लेवल के 3 अधिकारी भी नियुक्त किये जायेंगे।
 
 
दूसरा सेल मानवाधिकार उल्लंघन के मामलों का सुनवाई, जांच और निपटारा करने के लिए बनाया गया है। इस ह्यूमन राइट्स सेक्शन की देखरेख के लिए मेजर जनरल लेवल का अधिकारी नियुक्त किया जायेगा। इस सेक्शन का काम होगा, सेना को ह्यूमन राइट्स के प्रति सेंसटाइज़ करे। इससे जुड़े केसों को देखे। इस सेक्शन में एक एसएसपी या एसपी लेवल का अधिकारी डेप्यूटेशन पर नियुक्त किया जायेगा।
 
 
इसके अलावा आर्मी हेड-क्वार्टर में तैनात 206 अधिकारियों को फील्ड ड्यूटी के लिए ट्रांसफर किया जायेगा। इनमें मेजर जनरल लेवल के 3, ब्रिगेडियर लेवल के 8 और कर्नल लेवल के 9 अधिकारियों समेत ले. कर्नल/मेजर लेवल के 186 अधिकारी शामिल होंगे। जिन्हें आर्मी हेडक्वार्टर के नये स्ट्रक्चर के तहत फील्ड ड्यूटी पर भेजा जायेगा।