वजीरिस्तान में पश्तूनों पर पाकिस्तानी आर्मी का कहर जारी, 3 पश्तून नौजवानों को मारी गोली, आर्मी की लैंडमाइन में 3 और बच्चे घायल
   26-अगस्त-2019

 
दुबई में काम करने वाला पश्तून नौजवान नूर इस्लाम छुट्टी मनाने के लिए खैबर पख्तूनख्वां प्रांत के साउथ वज़ीरिस्तान इलाके में आया था। संडे को नूर इस्लाम अपने दो दोस्तों के साथ शावल इलाके में चिलगोज़ों (Pine Nuts) की खेती देखने के लिए गया था। जहां पाकिस्तानी आर्मी ने तीनों पश्तून नौजवानों को संदिग्ध मानते हुए पूछताछ शुरू की। जिसके बाद पाकिस्तानी आर्मी के जवानों ने इन तीनों पर गोलीबारी शुरू कर दी। जिसमें नूर इस्लाम की मौके पर ही मौत हो गयी, जबकि बाकी दो दोस्त बुरी तरह घायल हो गये। दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
 
इससे पहले शनिवार को केपीके के मोहमंड ट्राइबल इलाके में पाकिस्तान आर्मी द्वारा बिछाई गयी लैंडमाइन के फटने से 3 और बच्चे घायल हो गये। आपको बता दें कि पिछले हफ्ते एक लैंडमाइन के फटने से 6 बच्चों की जान चली गयी थी।

 
आपको बता दें कि कुछ साल पहले तालिबान के खिलाफ अभियान के दौरान पाकिस्तान आर्मी ने ये लैंडमाइन बिछाई थी। जोकि ज्यादातर मोहमंड एरिया और वजीरिस्तान में हैं, इनको अभियान जर्ब-ए-अज़्ब खत्म होने के बाद भी साफ नहीं किया गया। 2016 के बाद से लगातार लोग इन लैंडमाइन का शिकार होकर मारे जा रहे हैं। ये कहां बिछी हैं, इसका स्थानीय लोगों को अंदाजा नहीं है। पश्तून तहफुज मूवमेंट की शुरूआत भी इन्हीं लैंडमाइन को साफ करने की मांग के साथ शुरू हुई थी। जोकि आज पश्तूनों की आजादी में तब्दील होती जा रही है।
 
पाकिस्तान आर्मी अब इसी पीटीएम मूवमेंट से जुड़े लोगों को जबरन उठाकर मार रही है। दो दिन पहले पीटीएम के एक औऱ एक्टिविस्ट इस्माइल महसूद को इस्लामाबाद से उठा लिया गया। जिसके बारे में अब तक न तो कोई एफआईआर की गयी है और न ही कोई जानकारी इस्माइल के घरवालों को दी गयी है।