टेरर फंडिंग केस में यासीन मलिक के करीबी डॉक्टर उपेंद्र कौल से NIA ने की पूछताछ, तो दिल्ली के लेफ्ट पत्रकारों से पाकिस्तान तक क्यों बढ़ी बैचेनी
   30-अगस्त-2019
 
 
शुक्रवार को नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी ने आतंकी यासीन मलिक के करीबी डॉक्टर और बत्रा हॉस्पिटल के फेमस कार्डियोलॉजिस्ट को टेरर फंडिंग केस में पूछताछ के लिए बुलाया। जिसके बाद लोधी रोड़ स्थित एनआईए मुख्यालय में एनआईए ने 2017 के टेरर फंडिंग केस में यासीन मलिक से जुड़ी टेरर फंडिंग के मामले पूछताछ की। कश्मीरी पंडित उपेंद्र कौल पुलवामा के रहने वाले हैं, जो सालों से दिल्ली में प्रैक्टिस करते हैं। लेकिन 90 के दशक से ही वो आतंकी यासीन मलिक के करीबी रहे हैं। अक्सर उपेंद्र कौल यासीन मलिक के पक्ष में बयानबाज़ी करते रहे हैं। यासीन मलिक का उनके घर पर आना-जाना भी था। आर्टिकल 370 हटाये के खिलाफ भी उपेंद्र कौल प्रोपगैंडा खड़ा करने में शामिल रहे हैं।
 
 
 
 
 
 
हालांकि एनआईए ने उपेंद्र कौल को यासीन मलिक से साथ रिश्ते और आपसी फोन पर मैसेज के जरिये हुई कुछ बातचीत की सफाई के तौर पर समन किया था।
 
 
लेकिन जैसे ही ये खबर सामने आई, सोशल मीडिया के जरिये दिल्ली के लेफ्ट लिबरल पत्रकार गैंग से लेकर पाकिस्तान के पत्रकारों ने इसको ये कहकर पेश किया कि आर्टिकल 370 के हटाने के खिलाफ बोलने पर उपेंद्र कौल को समन किया गया है।
 
 
दरअसल एनआईए जैसे जैसे नेटवर्क की परतें खोलता जा रहा है। एक गैंग में बैचेनी धीरे-धीरे बढ़ती जा रही है और आर्टिकल 370 के बहाने एक प्रोपगैंडा खड़ा करने में जुटे हैं। जिसके जरिये जांच एजेंसियों पर सवाल खड़े किये जा रहे हैं। देखिए कार्डियोलॉडिस्ट उपेंद्र कौल से पूछताछ पर किस-किस की धड़कनें तेज़ हुईं-