महबूबा और उमर अब्दुल्ला को खाली करने होंगे आलीशान सरकारी बंगले, 370 की आड़ में भोग रहे थे शाही जिंदगी
   07-अगस्त-2019


आर्टिकल 370 के हटने के बाद से अब जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्रियों को अपना सरकारी बंगला भी खाली करना पड़ सकता है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मुताबिक पूर्व मुख्यमंत्रियों को सरकारी बंगला खाली करना पड़ेगा। अब तक आर्टिकल 370 की आड़ में अब तक दोनों नेता सुप्रीम कोर्ट की अवहेलना कर सरकारी बंगलों पर कब्जा जमाये हुए थे। लेकिन अब चूंकि 370 निष्प्रभावी हो गया तो उन्हें दूसरे राज्यों के पूर्व मुख्यमंत्रियों की तरह सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मुताबिक बंगला खाली करना पड़ेगा।
 
 
 
दरअसल पूर्व गुलाब नबी आजाद को छोड़कर सभी पूर्व मुख्यमंत्री फारूख अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला, महबूबा मुफ्ती श्रीनगर के पॉश इलाके गुपकार रोड़ के सरकारी बंगले में रहते हैं। महबूबा मुफ्ती और उमर अब्दुल्ला ने अपने सरकारी बंगले के रिनोवेशन पर करीब 50 करोड़ रुपये खर्च किया है।
 
 
उमर अब्दुल्ला गुपकार रोड़ पर बंगला नं 1 में रहते हैं, जिसमें तमाम अत्याधुनिक सुविधाएं मौजूद हैं। जिसमें सोना और जिम भी हैं। बताया जाता है 2009 से 2014 तक के उनके मुख्यमंत्री काल में इस सरकारी बंगले के रेनोवेशन पर 20 करोड़ से ज्यादा रूपये खर्च हुए थे।
 
 
जबकि उमर अब्दुल्ला के पिता फारूख अब्दुल्ला अपने बंगले में रहते हैं, लेकिन सरकारी खर्च से अपने बंगले की मद में रेंट और स्टाफ का सारा खर्च वसूल करते हैं।
 
 
महबूबा मुफ्ती उमर अब्दुल्ला के बंगले से थोड़ी ही दूर गुपकार रोड़ पर फेयरव्यू बंगले में 2005 से रहती हैं। उन्होंने भी सरकारी फंड से अपने इस सरकारी बंगले पर खासा पैसा खर्च किया था।
 
 
यहां तक कि महबूबा मुफ्ती के पिता मुफ्ती मोहम्मद सईद पर भी आरोप लगे थे कि उनके मुख्यमंत्री रहते हुए उनके प्राइवेट बंगले के रिनोवेशन पर भी रोड्स एंड बिल्डिंग डिपार्टमेंट ने खासा फंड खर्च किया था। जोकि श्रीनगर के नौगाम इलाके में हैं।
 
 
महबूबा मुफ्ती की पार्टी पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी और उमर अब्दुल्ला की पार्टी प्रवक्ता ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री सुरक्षा कारणों के चलते सरकारी बंगले में रहते है। वहीं अमर अब्दुल्ला के पिता फारुख अब्दुल्ला का अपने दो प्राइवेट बंगलें हैं, जिसके बाद भी वो सरकारी सुविधा लेते हैं। वो सरकार से रहने, सुरक्षा टेलिफोन जैसी सभी सरकारी सुविधा लेते है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री गुलाब नबी आजाद एक ऐसे नेता है, जो सरकार से रहने का को खर्च नहीं लेते है। वो श्रीनगर के हैदरपोरा में अपने प्राइवेट बंगले में रहते हैं।
 
 
बंगलों के अलावा राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और भी आलीशान सुविधाएं भोगते हैं। जैसे बुलेट प्रूफ गाड़ी, भारी-भरकम स्टाफ और दूसरी पोस्ट रिटायरमेंट भत्ते आदि। लेकिन अब सुप्रीम कोर्ट के मई 2018 के आदेश के बाद भी कि सभी पूर्व मुख्यमंत्रियों को सरकारी बंगला खाली करना होगा, सभी स्टेट में ये आदेश लागू हुआ था, लेकिन जम्मू कश्मीर में नहीं। लेकिन 370 हटने के बाद अब इस आदेश पालन जम्मू कश्मीर में भी करना होगा।