पाकिस्तान को दोस्त चीन ने दिया झटका, कहा- आपस में बातचीत से सुलझाओ मुद्दे, हेल्प के लिए बीजिंग पहुंचे थे पाकिस्तानी विदेश मंत्री
   09-अगस्त-2019
 
 
#370 हटाने के बाद पाकिस्तान बौखलाया हुआ है, लेकिन अंतराराष्ट्रीय मंच पर कोई भी पाकिस्तान की सुनने को तैयार नहीं है। यूएई, श्रीलंका, यूएस, यूएन के बाद ऑल-वेदर फ्रेंड चीन ने भी जम्मू कश्मीर के मामले में बीच में पड़ने से मना कर दिया है। जिसकी गुहार लगाने के लिए पाकिस्तानी विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी अपने विदेश सचिव मोहम्मद फैसल के साथ बीजिंग पहुंचे थे। जहां शॉर्ट नोटिस पर चीन के विदेश मंत्री, स्टेट काउंसलर वांग यी शाह महमूद कुरैशी से मिलने को तैयार हुए, जिस मीटिंग में शाह महमूद कुरैशी ने चीन से आधिकारिक बयान जारी कर भारत पर दबाव डालने और आर्टिकल 370 को वापस लागू करवाने की गुहार लगाई।
 
 
 
 
 
इस पर चीनी विदेश मंत्रालय ने मीडिया में आधिकारिक बयान जारी कर कहा है कि “हम पाकिस्तान और भारत से उम्मीद करते हैं कि वो तमाम मसले आपसी बातचीत और सहमति से सुलझायें और क्षेत्र में मिलकर शांति बहाल रखें। ”
 
पाकिस्तान की उम्मीद के विपरीत आधिकारिक बयान में भारत का नाम लिए बिना आगे चीन ने कहा कि- “फिलहाल संबंधित पक्ष क्षेत्र की यथास्थिति बरकरार रखने के लिए अपने कदम पर लगानी चाहिए, जिससे शांति बरकरार रहे।”
 
 
अपने इस बयान में चीन ने न तो भारत और न ही आर्टिकल 370 का जिक्र किया। यानि सीधे तौर पर चीन ने इस मुद्दे पर दोनों देशों के बीच में पड़ने से मना कर दिया।
 
इससे पहले चीन ने 6 अगस्त को लद्दाख को अलग यूनियन टेरिटरी बनाने पर बयान जारी ज़रूर किया था। लेकिन तब भी चीन ने जम्मू कश्मीर और आर्टिकल 370 का जिक्र तक नहीं किया था।
आपको बता दें कि 11 अगस्त से भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर भी बीजिंग के दौरे पर जाने वाले हैं। जिसमें वो चीन के साथ कई अहम मुद्दों पर चर्चा करेंगे। नरेंद्र मोदी के दूसरी बार प्रधानमंत्री बनने के बाद किसी भारतीय मंत्री का ये पहला दौरा होगा। जिसमें आपसी रिश्तों की नयी शुरूआत के लिए अहम माना जा रहा है।