हर जम्मू कश्मीर के लिए आधा घंटा खड़ा होने का ड्रामा तीसरे हफ्ते ही टांय-टायं फिस्स के बाद पीओजेके ने भी इमरान खान को नकारा, रैली में खाली रही कुर्सियां, विरोध प्रदर्शन
   13-सितंबर-2019

 
जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाने के बाद पूरी दुनिया में पाकिस्तान की किसी ने नहीं सुनी तो पीएम इमरान खान ने देश में सत्ता बनाये रखने के लिए 29 अगस्त को घोषणा की, कि हर जुम्मे यानि शुक्रवार को पाकिस्तान के तमाम लोग आधे घंटे के लिए खड़े हो जायें। जो जहां हो वहां पर खड़े होकर कश्मीर का साथ कथित सॉलिडैरिटी का संदेश दें। लेकिन पाकिस्तान का ये पीआर ड्रामा 2 हफ्ते भी नहीं चला..। तीसरे हफ्ते पाकिस्तान के किसी भी हिस्से में आधे घंटे खड़े होने का ड्रामा किसी को याद तक नहीं है।
 
नतीज़तन तीसरे हफ्ते में जब कोई पाकिस्तानी खड़ा होने को तैयार नहीं हुआ तो इमरान खान ने पीओजेके के मुजफ्फराबाद में रैली का आयोजन किया।
 
लेकिन यहां भी पाकिस्तान सरकार और आर्मी का प्रोपगैंडा खरीदने को कोई तैयार नहीं हुआ। तमाम कोशिशों और तैयारियों के बावजूद पीओजेके के स्थानीय लोग रैली में पहुंचे ही नहीं। हज़ारों की संख्या में स्थानीय लोगों ने पीएम इमरान खान की रैली के खिलाफ प्रदर्शन किया। जिसमें शामिल 2 दर्जन से ज्यादा लीडर्स को पाकिस्तानी रेंजर्स ने गिरफ्तार कर लिया।
 
थोड़ी बहुत जो भीड़ थी, वो पाकिस्तान के अलग-अलग हिस्सों से आये पीटीआई कारकूनों से जुटाई गयी । यहां भी पाकिस्तान के पीएम इमरान खान ने वहीं घिसा-पिटा जुमला दोहराया कि हम अंतिम सांस तक कश्मीर के साथ खड़े हैं।
 
आपको बता दें कि पाकिस्तान अधिक्रांत जम्मू कश्मीर में लोगों ने पाकिस्तान आर्मी और सरकार के खिलाफ आंदोलन छेड़ रखा है। मीरपुर-मुजफ्फराबाद के इलाकों में रोजाना पाकिस्तान के खिलाफ आजादी की मांग के साथ रैलियां आयोजित हो रही है। कोटली और हाजिरा इलाकों में कई हिंसक झड़पें भी हो चुकी हैं। पाकिस्तानी तंत्र की लगातार कोशिशों के बावजूद पीओजेके में आजादी का आंदोलन लगातार बड़ा होता जा रहा है।
 
ऐसे में आज इमरान खान की खाली पड़ी रैली में लोगों के बायकॉट से साबित हो गया कि पीओजेके के लोग पाकिस्तान को सहने को अब कतई तैयार नहीं है।