पाकिस्तानियों के आतंक से सऊदी अरब भी घबराया, 40,000 प्रवासी पाकिस्तानियों को भेजा पाकिस्तान वापस
    09-सितंबर-2019

 
मुस्लिम देशों में भी पाकिस्तानी लोगों की क्या हैसियत है इसका अंदाज़ा इस बात से लगाया जा सकता है कि पिछले 4 महीनों में सऊदी सरकार ने 40 हज़ार से ज्यादा पाकिस्तानी प्रवासी मज़दूरों को उनके देश वापस भेज दिया है। सऊदी गैज़ेट के मुताबिक इन लोगों को सुरक्षा कारणों से देश निकाला दिया गया है। आतंरिक मामले मंत्रालय के अधिकारी के अधिकारी ने बताया कि ड्रग ट्रैफिकिंग, जालसाज़ी, चोरी और आतंकी हरकतों की वजह से इन पाकिस्तानियों को देश से निकाला गया है। यहां तक कि सऊदी प्रशासन को दर्जनों ऐसे पाकिस्तानी शहरियों को गिरफ्तार किया, जो इस्लामिक स्टेट समेत कई आतंकी सगंठनों से जुड़े थे और आतंकी गतिविधियों में शामिल थे।
 
सऊदी सरकार के आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक 2012 से 2015 के बीच 2,43,000 पाकिस्तानी मज़दूरों को डिपोर्ट किया गया था। आपको बता दें कि 2010 जनगणना के मुताबिक सऊदी अरब की कुल जनसंख्या 2.7 करोड़ थी। जिसमें से 85 लाख विदेशी प्रवासी हैं। यूरोपियन यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट के 2014 के आंकड़ों के मुताबिक इनमें पाकिस्तानियों की संख्या 9 लाख से ज्यादा थी। जोकि ज्यादातर कंस्ट्रक्शन इंडस्ट्री और कम वेतन वाली जॉब करते हैं।
 
लेकिन सऊदी अरब के क्राइम ग्राफ में पाकिस्तानियों की संख्या में बढोत्तरी होते देख सऊदी सरकार ने पाकिस्तानी मज़दूरों को को बाहर निकालने की कवायद शुरू कर दी। सऊदी की महत्वपूर्ण शूरा काउंसिल की सिक्योरिटी कमेटी के चेयरमैन अब्दुल्ला अल-सादौन समेत कई लीडर्स ने पाकिस्तानियों के लिए देश में एंट्री के लिए नियमों को बेहद सख्त करने की सिफारिश की थी।