कश्मीर घाटी में सामान्य हालात से तिलमिलाये आतंकी संगठन, मोबाइल नेटवर्क बंद है तो पोस्टर के जरिये दे रहे हैं कश्मीरियों को धमकी
    09-सितंबर-2019
 
 
 
श्रीनगर और साउथ कश्मीर के इलाकों में पिछले 2-3 दिनों से आतंकी संगठनों के पोस्टर दिखायी देने लगे हैं। इन पोस्टर के जरिये हिज्बुल मुजाहिदीन, जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और अल-बद्र जैसे कश्मीरियों को धमकी दे रहे हैं कि दुकानें बंद रखें, ऑफिस का बायकॉट करें और पूरी तरह शट-डाउन रखा जाये। आतंकी संगठन अक्सर सोशल मीडिया के जरिये आम कश्मीरियों को बंद करने, आतंकी के जनाजे में शामिल होने के लिए धमकियां देते रहे हैं। लेकिन घाटी में मोबाइल नेटवर्क और इंटरनेट बंद होने से आतंकी कुछ कर नहीं पा रहे थे। ऐसे में आतंकी संगठनों ने घाटी में पोस्टर के जरिये आम लोगों को धमकियां देना शुरू कर दिया है।
 
 
अनुच्छेद 370 के निष्प्रभावी होने के बाद पाकिस्तान और आतंकी संगठनों को उम्मीद थी कि कश्मीरी इसका जमकर विरोध करेंगे, कश्मीर जल उठेगा। लेकिन एक भी घटना ऐसी नहीं हुई, बल्कि बीता अगस्त महीना कश्मीर के इतिहास में बसे शांतिपूर्ण महीना साबित हुआ। ऑफिसों में हाजिरी फुल है, बाज़ार-मंडियां दोबारा खुलने लगी हैं। रोजाना सेब के 1 हजार से ज्यादा ट्रक घाटी से बाहर जा रहे हैं। जाहिर है कश्मीर घाटी में सक्रिय आतंकी संगठन और अलगाववादी तिलमिलाये हुए हैं।
 
 
रविवार को श्रीनगर में आतंकी संगठन अल-बद्र के पोस्टर दिखायी दिये। जिसमें व्यापारियों और ट्रेडर्स से दुकानें-बिजनेस बंद रखने की धमकी दी गयी है और घाटी के पूरी तरह से बंद करने के लिए कहा गया है। साथ ही पुलिस जवानों के परिवारों का भी बायकॉट करने को कहा गया है। पोस्टर में कश्मीरियों को बात न मानने पर नतीज़ा भुगतने की धमकी भी दी है।
 
 
 
अल-बद्र का श्रीनगर में चिपकाया गया पोस्टर 

 
 
 
इससे पहले साउथ कश्मीर में शोपियां समेत कई इलाकों में हिज्बुल मुजाहिदीन के पोस्टर भी दिखायी दिये थे। जिसमें हिज्बुल ने डीसी ऑफिस के कर्मचारियों, बैंक कर्मचारियों, सेब व्यापारियों, ट्रक ट्रांसपोर्टर्स और ट्रेडर्स को काम बंद करने की खुली धमकी दी जा रही है।
 
उधर सिक्योरिटी एजेंसी पोस्टर चिपकाने वालों की खोज़बीन में जुट गयी हैं और आम लोगों से धमकियों को न मानने की अपील की जा रही है।
 
 
 शोपियां में पोल पर चिपका हिज्बुल का धमकी भरा पोस्टर