जम्मू-कश्मीर के भ्रष्ट नेताओं के खिलाफ केंद्र सरकार की कार्रवाई तेज, एंटी करप्शन ब्यूरो तैयार कर रहा है भ्रष्ट नेताओं की सूची
   17-जनवरी-2020

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केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर में भ्रष्ट राजनेताओं के खिलाफ कार्रवाई तेज कर दी है। केंद्र सरकार के आदेश के बाद एंटी करप्शन ब्यूरो जम्मू ने करीब दो दर्जन से अधिक भ्रष्ट राजनेताओं की सूची तैयार कर रहा है। पीएम नरेंद्र मोदी के स्लोगन “ना खाऊंगा और न खाने दूंगा” के तहत ही सरकार सभी भ्रष्ट नेताओं के खिलाफ कार्रवाई तेज कर दी है। खबरों के मुताबिक सरकार ने इस कार्रवाई के पहले चरण में एंटी करप्शन ब्यूरो को उन नेताओं के संपत्ति का विवरण निकाल कर देने को कहा, जिनके ऊपर बीते 70 सालों में भ्रष्टाचार के आरोप लगे है। उम्मीद जताई जा रही है कि एसीबी इस महीने के आखरी तक सभी भ्रष्ट राजनेताओं की सूची तैयार करके सरकार को सौंप देगी। जिसके बाद सरकार भ्रष्ट राजनेताओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगी। इस लिस्ट में अधिकांश नाम उन राजनेताओं के हो सकते है, जिन्होंने बीते 70 सालों में जम्मू-कश्मीर सरकार में शासन किया है। माना जा रहा है कि इसमें कुछ पूर्व मुख्यमंत्रियों के साथ उनके करीबी परिजन भी शामिल हो सकते है।
 
भ्रष्ट नेताओं के खिलाफ कार्रवाई शुरू
 
 
केंद्र सरकार के आदेश के बाद एसीबी ने भ्रष्ट नेताओं के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है। जिसके तहत बीते गुरुवार को एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने नेशनल कांफ्रेंस के नेता और पूर्व वित्त मंत्री अब्दुल रहीम राथर के पुत्र हिलाल राथर को बैंक धोखाधड़ी के एक मामले में गिरफ्तार किया है। एसीबी के एक प्रवक्ता ने बताया कि हिलाल राथर को जम्मू-कश्मीर बैंक द्वारा मंजूर 177 करोड़ रुपये के ‘टर्म लोन’ से करोड़ों रुपये की कथित हेराफेरी से जुड़े एक मामले में गिरफ्तार किया। यह ऋण 2012 में राथर की एक महत्वाकांक्षी टाउनशिप परियोजना के लिए मंजूर किया गया था। बता दें कि 2012 में हिलाल के पिता अब्दुल रहीम राथर तत्कालीन राज्य के वित्त मंत्री थे। प्रवक्ता ने बताया कि हिलाल को आगे की पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। उन्होंने कहा कि यह भी पता चला है कि गबन की गयी राशि का इस्तेमाल विदेशों में संपत्ति खरीदने, परिवार और दोस्तों के साथ विदेशों में छुट्टियां मनाने और अन्य मनोरंजन गतिविधियों में किया गया था।
 
भ्रष्ट राजनेताओं की सूची तैयार करने के लिये एसीबी ने एक विशेष टीम को नियुक्त किया है, जो भ्रष्ट राजनेताओं से जुड़ा डाटा निकालकर सरकार को सौंपेगी। खबरों के मुताबिक इस टीम ने अभी तक बहुत सारे राजनेताओं से संबंधित विवरण सरकार को दे भी चुकी है और बहुत सारे दस्तावेज और डाटा इकठ्ठा करने के लिये काम कर रही है।
 
केंद्र सरकार द्वारा भ्रष्ट राजनेताओं के खिलाफ इस तेज कार्रवाई में घाटी के कुछ बड़े राजनेता जो अभी नजरबंद है, वह सीधे जेल पहुंच सकते है। एक अधिकारी ने बताया कि मैं कह सकता हूं कि भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई एक अंतहीन लड़ाई है। लेकिन इस संबंध जो भी तथ्य सामने आयेगा उसे सार्वजनिक किया जाएगा।