पाकिस्तान से विस्थापित हिंदू महिला राजस्थान में लड़ रही चुनाव, 4 महीने पहले मिली है भारत की नागरिकता
   17-जनवरी-2020

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पाकिस्तान से विस्थापित होकर भारत आयी नीता कंवर राजस्थान राज्य में पंचायत का चुनाव लड़ रही है। नीता कंवर को अभी बीते सितंबर 2019 में ही भारत की नागरिकता मिली है। नीता 18 साल पहले पाकिस्तान के सिंध प्रांत से भारत के जोधपुर शहर में आयी थी। नीता कंवर राजस्थान के टोंक जिले के नटवाडा ग्राम पंचायत से सरपंच पद का चुनाव लड़ रही हैं।
 
 
नीता ने मीडिया से बातचीत में कहा कि “मैं सिर्फ यह जानती हूं कि पाकिस्तान से आये शरणार्थी सिर्फ नागरिकता संशोधन कानून के जरिये भारत में अच्छा जीवन यापन और अच्छी शिक्षा प्राप्त कर सकते है।“ उन्होंने कहा कि सोढा राजपूत समाज की महिला होने के नाते हम हमारी उसी जाति में शादी नहीं कर सकते है। हमारा समाज भारत में रहता है और अधिकतर लोग जोधपुर में रहते है। मैंने 2001 में कॉलेज शिक्षा प्राप्त करने के बाद पाकिस्तान से जोधपुर आ गई थी।
 
 
 
उन्होंने कहा कि देश के विभिन्न हिस्सों में इस समय नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ विरोध चल रहा है। लेकिन मैं कहना चाहती हूं कि इस कानून के माध्यम से ही पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान में प्रताड़ित अल्पसंख्यकों के लिये भारत में नागरिकता प्राप्त करने का मार्ग खुलेगा। उन्होंने बताया कि वह भारत की नागरिकता पाने के लिये बीते कई सालों से संघर्ष कर रही थी। लेकिन पिछले वर्ष सितम्बर में उन्हें भारत की नागरिकता मिली है।
 
नीता 2001 में भारत आयी जिसके बाद 2005 में अजमेर के सोफिया कॉलेज से कला वर्ग में स्नातक की डिग्री प्राप्त की थी। उन्होंने 2011 में पुण्य प्रताप करण से शादी की थी। नीता सामान्य महिला उम्मीदवार सीट से सरपंच पद का चुनाव लड़ रही है। बता दें कि राजस्थान में पंचायत चुनावों के लिए पहले चरण की वोटिंग आज से शुरू हुयी है। इस चुनाव में सरपंच पद के लिए 17 हजार 242 और पंच पद के लिए 42 हजार 704 उम्मीदवार मैदान में हैं।