कश्मीर घाटी में सियासी बदलाव के संकेत, पूर्व पीडीपी नेता अल्ताफ बुखारी पीडीपी-एनसी का विकल्प खड़ा करने की तैयारी में
   20-जनवरी-2020

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जम्मू-कश्मीर में लगातार बढ़ रही राजनीतिक हलचल अब एक नये सियासी बदलाव का संकेत दे रही है। क़यास लगाया जा रहा है कि पीडीपी के नेता अल्ताफ बुखारी पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी और नेशनल कांफ्रेंस के विकल्प के रूप में एक नई पार्टी का गठन कर सकते है। यह कयास अल्ताफ की राजनीतिक बयानबाजी और घाटी में उनकी सक्रियता के आधार पर लगाया जा रहा है। राजनीतिक गलियारों में भी अल्ताफ द्वारा पीडीपी, एनसी और कांग्रेस के पूराने नेताओं को अपने साथ जोड़ने की खबरें उठ रही है। शायद इसी तर्ज पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने अल्ताफ बुखारी पर आरोप लगाया था कि वह अपने साथ घाटी में कांग्रेस पार्टी के सदस्यों को मिलाने की कोशिश कर रहे है। हालांकि अल्ताफ ने मीडिया से बातचीत में गुलाम नबी आजाद के इस बयान को नकारते हुये उन्हें चुनौती दिया कि वह आरोप साबित करें, यदि वह साबित कर देते हैं तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा वरना उन्हें नैतिकता के आधार अपना पद और राजनीति छोड़ देना चाहिए।
 
 
 
 
 
 
अल्ताफ बुखारी ने गुलाम नबी आजाद पर सियासी वार करते हुये कहा कि हम कोई भी पॉलिटिकल फ्रंट नहीं बना रहे हैं। हम विभिन्न राजनीतिक दलों के उन लोगों में हैं, जो राज्य की बहाली, राजनीतिक लोगों की रिहाई और पर्यटन के मुद्दों को उठाते हैं। उन्होंने कहा कि गुलाम नबी आजाद को ऐसा क्यों लगता है कि किसी को भी इन मुद्दों को नहीं उठाना चाहिए।
 
 
इसी तरह बीते बीते शनिवार को भी अल्ताफ बुखारी ने केंद्र सरकार की तारीफ करते हुये कहा था कि “अनुच्छेद 370 निरस्त होने के बाद जम्मू-कश्मीर में एक भी व्यक्ति की मौत नहीं हुई है। इस बात का श्रेय पीएम नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और जम्मू-कश्मीर के नागरिकों को जाता है।“ उन्होंने कहा की इसके लिये मैं केंद्र सरकार और राज्य के नागरिकों को बधाई देता हूं।
 
 
 
पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की स्थिति लगातार खराब होती जा रही है। पीडीपी के कई वरिष्ठ नेताओं ने भी पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। अभी हाल ही में अल्ताफ बुखारी के नेतृत्व में पीडीपी के 8 पूर्व विधायकों ने उपराज्यपाल जीसी मुर्मू से मुलाकात की थी। फिर इन्हीं नेताओं ने जम्मू-कश्मीर के दौरे पर गये विदेशी राजनयिकों से मुलाकात की थी और उन्हें घाटी की स्थिति की जानकारी दी थी। हालांकि पीडीपी नेताओं और राजनयिकों के इस मुलाकात से नाराज पीडीपी मुखिया महबूबा मुफ्ती ने इन 8 पूर्व विधायकों को पार्टी से निकाल दिया। इनमें नेताओं में दिलावर मीर, रफी अहमद मीर, ज़फर इकबाल, अब्दुल मजीद पदरू, राजा मंजूर खान, जावेद हुसैन बेग, कमर हुसैन और अब्दुल रहीम राथेर शामिल हैं। माना जा रहा है कि ये सभी नेता अल्ताफ बुखारी की नई पार्टी में शामिल हो सकते है। हालांकि ऐसी खबरों की अभी तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।