अमेरिका को भारत का संदेश- कश्मीर मुद्दे पर किसी तीसरे पक्ष को दखल देने की जरूरत नहीं
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा कश्मीर मुद्दे को फिर से उठाने पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने गुरुवार को कहा कि कश्मीर मुद्दे पर किसी भी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता पर हमारी स्थिति बहुत स्पष्ट रही है। हम फिर से साफ करना चाहते हैं कि इस मामले में किसी भी तीसरे पक्ष को दखल देने की जरूरत नहीं है। प्रवक्ता रवीश कुमार ने गुरुवार को साप्ताहिक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान यह बात कही।
रवीश कुमार ने कहा कि अगर भारत और पाकिस्तान के बीच कोई द्विपक्षीय मुद्दे हैं, जिन पर चर्चा करने की आवश्यकता है, तो इसे शिमला समझौते और लाहौर घोषणा के प्रावधानों के तहत ही दोनों देश करेंगे। लेकिन ऐसा करने से पहले पाकिस्तान को अनुकूल माहौल बनाना पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि फायनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स ने पाकिस्तान पर शिकंजा कसा हुआ है। हमें पता है कि पेरिस में 16 फरवरी से बैठक शुरू होगी। हमें लगता है कि पाकिस्तान ने आतंकवाद को रोकने पर कितना काम किया है, उसे देखा जायेगा। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान जिस तरह से आतंकवाद को फाइनेंस कर रहा है वो चिंता का विषय है। अब बैठक में एफएटीएफ के सदस्यों को देखना है कि पाकिस्तान के पीएम इमरान खान ने इसे रोकने के लिये क्या काम किया है।
करॉना वायरस को लेकर उन्होंने कहा है कि भारत इस पर सतर्क है। उन्होंने कहा कि चीन में हमारे दूतावास ने भी एक एडवाइजरी जारी करके बताया है कि वहां से आने वाले लोगों को स्क्रीनिंग प्रोसेस से गुजरना होगा। बाकी वहां रहने वाले भारतीयों को सतर्क रहने की जरुरत है।