अमेरिका में नागरिकता कानून के समर्थन में प्रदर्शन, प्रवासी भारतीयों ने कहा- सीएए मुस्लिम विरोधी नहीं
   05-जनवरी-2020

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अमेरिका में भारतीय समुदाय के लोग बड़ी संख्या में नागरिकता संशोधन कानून के समर्थन में प्रदर्शन कर रहे है। अमेरिका के सिएटल, शिकागो और अटलांटा सहित अन्य शहरों में बीते शनिवार को भारतीय मूल के लोगों ने नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के समर्थन में प्रदर्शन किया। । प्रदर्शन के दौरान भारतीय मूल के लोग हाथों में “वी स्पोर्ट सीएए”, “आई स्पोर्ट एनआरसी” , “सीएए और एनआरसी भारतीय मुस्लिमों के खिलाफ नहीं”, जैसे स्लोगन लिखे पोस्टर, बैनर लेकर नारे लगाते दिखे। प्रदर्शन कर रहे लोगों ने कहा कि नागरिकता कानून भारत सरकार द्वारा उठाया गया एक ऐतिहासिक कदम है।
 
 
 
 
एक भारतीय प्रवासी ने कहा कि 1947 के विभाजन के दौरान जो लोग गलती से पीछे रह गये थे, उन उत्पीड़ित अल्पसंख्यकों के पुनर्वास के लिये है। उन्होंने कहा कि विभाजन के समय गांधी, पटेल, नेहरू के द्वारा किया गया वादा ही सीएए है।
 
शिकागो में भी लोगों ने निकाली सीएए के समर्थन में रैली
 
अमेरिका के शिकागो में भी भारतीय मूल के लोगों ने सीएए के समर्थन में प्रदर्शन रैली निकाली। प्रदर्शन के दौरान भारतीय मूल के लोगों के हाथों में “सीएए एक प्रगतिशील कानून है”, “अल्पसंख्यकों का दमन बंद करो”, “सीएए सबसे ज्यादा उदारवादी कानून है” जैसे स्लोगन लिखे पोस्टर, बैनर दिखे।
 
 
 
अमेरिका में भारतीय राजदूत हर्षवर्धन श्रंगृला ने मीडिया से बातचीत में कहा कि अमेरिका में सीएए के बारे में बहुत गलत सूचना फैलाई गयी है। प्रदर्शन के माध्यम से भारतीय मूल के लोग सीएए के बारे में लोगों को जागरूक करने का काम कर रहे है। उन्होंने कहा कि सीएए पड़ोसी राज्यों में उत्पीड़ित अल्पसंख्यकों के प्रति एक मानवीय इशारे का प्रतिनिधित्व करता है।
 
इससे पहले बीते रविवार को अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में टाइम्स स्क्वायर पर भारतीय मूल के लोगों ने नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के समर्थन में प्रदर्शन किया था। इस दौरान लोगों ने बैनर, पोस्टर के माध्यम से नागरिकों को बताया कि सीएए किसी नागरिक, धर्म, देश विरोधी नहीं हैं, बल्कि अल्पसंख्यकों को सम्मान के साथ जीने का अधिकार देता है।