गुरूवार सुबह खुफिया जानकारी मिलने पर सुरक्षा बलों ने इलाके को घेर लिया। घंटों चले एनकाउंटर के बाद सुबह 11 बजे 2 आतंकियों के मारे जाने की खबर आई। बाद में जिसमें पुष्टि हुई कि इनमें से एक मन्नान वानी है। हालांकि कुपवाड़ा में आतंकवादियों के साथ हुई मुठभेड़ के दौरान भारतीय जवानों को पत्थरबाजी भी झेलनी पड़ी. जानकारी के अनुसार वहां करीब 500 अलगाववादी इकट्ठा हो गए थे और वहां सेना के विरोध करते हुए उन लोगों ने भारी पत्थरबाजी भी की. लेकिन ये मन्नान वानी को नहीं बचा पाये।
मन्नान वानी के मारे जाने के बाद उसकी मौत पर राजनीति भी शुरू हो चुकी है. जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने ट्विटर पर इस बारे में टिप्पणी की है.
Today a PhD scholar chose death over life & was killed in an encounter. His death is entirely our loss as we are losing young educated boys everyday. 1/2
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) October 11, 2018
It is high time that all the political parties in the country realise the gravity of this situation and try to facilitate a solution through dialogue with all the stake holders including Pakistan to end this bloodshed. 2/2
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) October 11, 2018
गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर में निकाय चुनाव के बीच सेना को बड़ा इनपुट मिला था कि करीब 300 आतंकवादी कश्मीर घाटी में सक्रिय हैं, जबकि 250 से अधिक आतंकवादी भारत में घुसपैठ करने की फिराक में हैं. बता दें कि सेना ने घाटी से आतंकियों का खात्मा करने के लिए बाकायदा लिस्ट तैयार की थी, जिसके तहत ऑपरेशन ऑलआउट चलाया गया. इस विशेष ऑपरेशन के दौरान सेना सैकड़ों की संख्या में आतंकियों को मौत के घाट उतार चुकी है.