यूपी और दिल्ली में एनआईए की रेड, पकडे इस्लामिक स्टेट मॉड्यूल के 10 संदिग्ध आतंकी
यूपी और दिल्ली में एनआईए की रेड, पकडे इस्लामिक स्टेट मॉड्यूल के 10 संदिग्ध आतंकी
नेशनल इन्वेस्टीगेशन एजेंसी एनआईए ने आज दिल्ली और यूपी के 16 ठिकानों पर छापेमारी की और इस्लामिक स्टेट टाइप मॉड्यूल के करीब 15 संदिग्धों को गिरफ्तार किया। 16 संदिग्धों से पूछताछ के बाद 10 लोगों को अरेस्ट कर लिया गया है। यह कार्रवाई राष्ट्रीय जांच एजेंसी और यूपी एटीएस ने मिलकर की है। एनआईए के मुताबिक गिरफ्तार किए गए लोगों में से 5 उत्तर प्रदेश के और 5 दिल्ली के हैं।
एनआईए की ओर से हिरासत में लिए गए आतंकी देश की कई मुख्य हस्तियों, प्रतिष्ठानों और दिल्ली के बड़े बाजारों को निशाना बनाने की तैयारी में थे। जिसमें आरएसएस मुख्यालय भी शामिल था। यही नहीं ये लोग अगले कुछ ही दिनों में कई जगहों पर बम धमाके या फिर फिदायीन अटैक करने की तैयारी में थे। इसके लिए ये लोग रिमोट कंट्रोल बम और सूइसाइड जैकेट तैयार करने में जुटे थे। एनआईए के आईजी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान यह पूरी जानकारी दी। ये आतंकी आईएसआईएस के नए मॉड्यूल हरकत-उल-हर्ब-ए-इस्लाम के जरिए साजिश रच रहे थे।
उन्होंने बताया कि 16 संदिग्धों से पूछताछ के बाद 10 लोगों को अरेस्ट कर लिया गया है। यह कार्रवाई राष्ट्रीय जांच एजेंसी और यूपी एटीएस ने मिलकर की है। एनआईए के मुताबिक गिरफ्तार किए गए लोगों में से 5 उत्तर प्रदेश के और 5 दिल्ली के हैं। ये सभी लोग विदेश में बैठे एक हैंडलर के संपर्क में थे। एनआईए ने हैंडलर के बारे में बहुत ज्यादा जानकारी देने से इनकार कर दिया।
एनआईए के मुताबिक इन लोगों से एक देसी रॉकेट लॉन्चर बरामद हुआ है। इनके पास 120 अलार्म क्लॉक मिली हैं, जिसे बम बनाने में इस्तेमाल करने वाले थे। संदिग्धों में एक महिला भी है, जिससे पूछताछ की जा रही है। अभी कई और लोगों की गिरफ्तारी की जा सकती है।
एनआईए आईजी आलोक मित्तल प्रेस कांफ्रेंस में रेड की जानकारी देते हुए
मस्जिद में है मौलवी मुख्य आरोपी
एनआईए के मुताबिक इन आतंकियों का मुखिया मौलवी सुहैल अमरोहा का रहने वाला है और दिल्ली के जाफराबाद में रहता था। वह एक मस्जिद में मौलवी था। गिरफ्तारी में से 5 दिल्ली और 5 यूपी के हैं।
आरोपियों में सिविल इंजिनियर, ड्राइवर और मौलवी शामिल
आईएसआईएस से प्रभावित इस मॉड्यूल में एमिटी यूनिवर्सिटी में सिविल इंजिनियरिंग करने वाला छात्र, ऑटो ड्राइवर, मौलवी, गारमेंट्स का बिजनस करने वाला युवक शामिल है। इनमें से ज्यादातर की आयु 20 से 30 साल की है। संदिग्धों में एक महिला भी शामिल है।
वॉट्सऐप और टेलिग्राम पर करते थे बात
एनआईए के मुताबिक, ये संदिग्ध वॉट्सऐप और टेलिग्राम पर एक-दूसरे से करते थे। एनआईए ने बताया कि हमारे पास जो इनपुट्स हैं, उसके मुताबिक रिमोट कंट्रोल बम और फिदायीन हमलों में इनका मुख्य फोकस था। इसके लिए ये लोग बुलेट प्रूफ जैकेट्स बनाने में भी जुटे थे। 3 से 4 महीने पहले ही यह मॉड्यूल शुरू हुआ था। 100 से ज्यादा मोबाइल फोन भी बरामद हुए हैं। 135 सिम कार्ड्स, कई लैपटॉप और मेमोरी भी बरामद की हैं।