@@INCLUDE-HTTPS-REDIRECT-METATAG@@ एलओली पर शहीद मेजर नायर की कहानी सबको सुनाइये, जिसने जिंदगी में मोहब्बत का वायदा भी निभाया और देश पर जान देने का भी

एलओली पर शहीद मेजर नायर की कहानी सबको सुनाइये, जिसने जिंदगी में मोहब्बत का वायदा भी निभाया और देश पर जान देने का भी

 
 
11 जनवरी को जम्मू कश्मीर के Rajouriमें शहीद मेजर शशिधरन नायर ने दुनिया के सामने वो मिसाल पेश की, जिसको सुनकर हरेक देशवासी का सीना गर्व से चौड़ा जायेगा और आंखों से आंसू रोक नहीं पायेंगे। गोरखा रायफल्स के मेजर नायर अपने साहस के लिए तो जाने ही जायेंगे। निजी ज़िंदगी के भी प्यार की एक अनोखी मिसाल कायम करने के लिए जानें जायेंगे। दरअसल मेजर नायर की पत्नि तृप्ति नायर का कमर से नीचे का आधा शरीर पैरालाइज़्ड है। जब दोनों की शादी तय हुई थी, तब सबकुछ ठीक था।
 

 
 
शादी के कुछ महीने पहले ही Multiple arteriosclerosis के चलते तृप्ति का आधा शरीर अपाहिज हो गया। लेकिन मेजर नायर ने शादी वायदा निभाया और शारीरिक रूप से पैरालाइज्ड होने के बावजूद भी तृप्ति से शादी की। दोस्तों परिवार के मुताबिक मेजर नायर ने तृप्ति को शादी के बाद आंखों पर बिठाकर रखा। हर तरीके से उसकी हेल्प करता, हर जगह उसको खुद उठाकर लेकर जाता। दुनिया मोहब्बत की ये कहानी देखकर हैरान थी। क्योंकि पत्नि की परेशानी का बहाना बनाकर मेजर नायर ने कभी अपने काम से भी समझौता नहीं किया। हमेशा अपने फर्ज को उतनी ही अहमियत दी । यहां तक कि देश के जान तक न्यौछावर कर दी।