ये हैं बालाकोट स्ट्राइक में तबाही के सॉलिड सबूत, सबूत मांगों गैंग को करारा जवाब
   11-मार्च-2019

 
 
पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के बालाकोट में भारतीय वायु सेना ने 26 फरवरी 2019 को एयर स्ट्राइक की। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री मंत्री और सेना के अधिकारी लगातार भारत की इस एयर स्ट्राइक को नकारते रहे। लेकिन अभी हाल ही में न्यूज़ चैनल आज तक की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम ने पाकिस्तान के बालाकोट के पास के मस्जिद और अन्य लोगों से बातचीत कर काफी महत्वपूर्ण जानकारी जुटाई है जिसके आधार पर सनसनीखेज खुलासे हो रहे हैं।
 
हम आज तक की रिपोर्ट से सीधा उन बातचीत को आपके सामने लेकर आ रहे हैं जिसमें वहाँ पर जान और माल के नुकसान के बारे में वहाँ के लोकल लोग खुलकर बोल रहे हैं I
 

 
 
बालाकोट में जैश के ठिकाने (जिसे भारतीय वायुसेना ने तबाह किया) के पास ही मस्जिद में काम करने वाले मोहम्मद नईम ने इंडिया टुडे के इंवेस्टीगेटिव रिपोटर्स को बताया कि 26 फरवरी को भारतीय वायुसेना के एयर स्ट्राइक में कुछ पाकिस्तानी सैनिक भी मारे गए.
 
नईम ने SIT को फोन पर अपनी पहचान की पुष्टि करते हुए कहा, ‘मैं सेहरी की नोर मस्जिद से बोल रहा हूं.’
 
रिपोर्टर ने नईम से जानना चाहा, ‘भारत के एयर स्ट्राइक में कितने लोग मारे गए?’
 
नईम ने अपने स्थानीय फोन (नंबर 312-557XXXX) पर कहा, ‘मैंने देखा जो पढ़ा, पाकिस्तानी सेना के 4 या 5 लोग मारे गए.’
 
रिपोर्टर- ‘पाकिस्तानी सेना?’
 
नईम- ‘हां, सेना के लोग भी (मारे गए).’
 
रिपोर्टर- ‘क्या आप पक्के तौर पर कह रहे हैं कि वो मारे गए...’
 
नईम- ‘हां...हां.’
 
नईम ने जो भी कहा उससे संकेत यही मिलता है कि जैश कैम्प को पाकिस्तानी सैनिक सुरक्षा दे रहे थे.
 
इसके बाद SIT ने बालाकोट के पास ही स्थित एक और मस्जिद के इमाम रहमान से संपर्क किया. रहमान ने भारतीय वायुसेना की बमबारी को ‘क़यामत का मंज़र’ बताया. रहमान ने जैश के ठिकाने वाली इमारत को एयर स्ट्राइक में भारी नुकसान होने की पुष्टि की.
 
रहमान ने अपने फोन (नंबर 312-580XXXX) से कहा, ‘वहां एक इमारत को नुकसान पहुंचा, हां हर कोई जाग गया था, धमाकों की आवाज़ इतनी तेज़ थी कि हर कोई घर से बाहर आ गया. चार से पांच धमाके हुए. हर कोई डर गया था. ये क़यामत का मंज़र था.’
 
पाकिस्तान लगातार इस बात से इनकार करता रहा है कि अमेरिका में बने लड़ाकू विमानों का उसने इस्तेमाल किया जबकि भारत ने पाकिस्तान के गिराए गए F-16 विमान से दागी गई मिसाइल के एक टुकड़े को दुनिया के सामने सार्वजनिक किया था. PojK के एक पुलिस अधिकारी ने SIT से फोन पर वादा किया कि एलओसी के ऊपर हवा में विमानों के टकराव के दौरान पाकिस्तान के F-16 विमान का जहां मलबा गिरा था, वो वहां जाकर उस जगह की घेराबंदी और सुरक्षा की जिम्मेदारी करेगा.
 
पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PojK) के भिंबर से सच सामने आ गया जब वहां के पुलिस स्टेशन को SIT के रिपोर्टर ने खुद को पाकिस्तानी सेना का खुफिया अधिकारी बता कर फोन किया.
 
फोन उठाने वाले पुलिस अधिकारी ने खुलासा किया कि पाकिस्तानी सेना ने पूरे सुरक्षा विभाग को पाकिस्तान के गिरे लड़ाकू विमान के बारे में कोई भी जानकारी किसी को ना देने का आदेश दिया था.
 
रिपोर्टर- ‘किसने तुम्हें ये आदेश दिए?’
 
पुलिस अधिकारी ने जवाब दिया- ‘सर, ये फैसला हमारे वरिष्ठ अधिकारियों की सेना के अधिकारियों के साथ बैठक में लिया गया.’
 
पाकिस्तान ने बालाकोट में भारतीय वायुसेना के हमले के बाद तनाव बढ़ने की स्थिति में F-16 को तैनात किया था. जबकि ये उस समझौते का खुला उल्लंघन है जिसके तहत उनका इस्तेमाल पाकिस्तान को सिर्फ आतंक विरोधी ऑपरेशन्स में ही करना था.
 
भिंबर के पुलिस अधिकारी ने विमान के मलबे की मौजूदगी से इनकार नहीं किया. उसने कमान का आदेश मानने के लिए हामी भरी जब उसे उस जगह पर जाकर वहां की सुरक्षा करने के लिए कहा गया जहां भारतीय लड़ाकू विमान की ओर से गिराए विमान का मलबा गिरा था.
 
रिपोर्टर ने अधिकारी से कहा, ‘मैं कैप्टन हनीफ़ हूं. उस जगह पर जाओ जहां पाकिस्तानी जेट गिरा था. और ये पक्का करो कि कोई भी विदेशी पत्रकार वहां ना जाने पाए.’
 
पुलिस अधिकारी- ‘ओके’.
 
रिपोर्टर- ‘मैं उस जगह की बात कर रहा हूं जहां पाकिस्तानी जेट गिरा था. किसी को भी ये पता नहीं चलना चाहिए कि हमारा विमान गिरा था.’
 
पुलिस अधिकारी- ‘ओके, ओके’.
 
Inputs from Aaj Tak