@@INCLUDE-HTTPS-REDIRECT-METATAG@@ POJK में इस्लामी आतंकवाद को पनपाने के खिलाफ #POJK एक्टिविस्टों ने किया प्रदर्शन, #UNHRC में भी किया पाकिस्तानी प्रोपगैंडा की पर्दाफाश

POJK में इस्लामी आतंकवाद को पनपाने के खिलाफ #POJK एक्टिविस्टों ने किया प्रदर्शन, #UNHRC में भी किया पाकिस्तानी प्रोपगैंडा की पर्दाफाश

 
 
स्विट्ज़रलैंड के जेनेवा में POJK निवासियों और एक्टिविस्टों ने पाकिस्तान के खिलाफ प्रदर्शन किया। जिसमें भारी संख्या में यूरोप में बसे POJK प्रवासियों ने हिस्सा लिया और कश्मीर में पाकिस्तानी आतंकवाद के खिलाफ पाकिस्तान की जमकर बखिया उधेड़ी। प्रदर्शनकारियों ने न सिर्फ यूनाईटेड नेशंस ह्यूमन राइट्स कमीशन के बाहर प्रदर्शन किया, बल्कि UNHRC के 40वें सेशन में POJK से जुड़ी कई ह्यूमन राइट्स संस्थाओं ने पाकिस्तान की आतंकी साजिश का पर्दाफाश किया। यूरोपियन फाउंडेशन ऑफ साउथ एशियन स्टडीज़ के डायरेक्टर जुनैद कुरैशी ने कहा कि “पाकिस्तान ने कश्मीर में इस्लामी आतंकवाद को बढ़ावा दिया है। 1947 में पाकिस्तान ने हमला कर जम्मू कश्मीर के हिस्से पर कब्जा किया और तब से पाकिस्तान एक पीओजेके में एक अधिक्रांता की भूमिका में रहा है। जोकि अब पीओजेके के बड़े हिस्से गिलगित-बल्तिस्तान को बीजिंग को बेचने की कगार पर है। पाकिस्तान चीन के साथ मिलकर गिलगित-बल्तिस्तान के स्टेट्स को तेजी से चेंज करने में लगा है, खासतौर पर सीपेक के अवैध निर्माण के बाद।”
 
 
 
 
 
UNHRC में अपना वक्तव्य देते हुए UKPNP के चेयरमैन एसए कश्मीरी ने पाकिस्तान की आतंकी साजिश का खुलासा किया कि “पाकिस्तान भारत में कश्मीर के अंदर इस्लामी आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए पीओजेके की जमीन का इस्तेमाल करता रहा है। इसीलिए हम पीओजेके के लोगों के लिए चिंतित हैं। पाकिस्तान पीओजेके में अंतरराष्ट्रीय कानूनों का खुलेआम उल्लंघन कर रहा है। जबकि दूसरी तरफ वो गिलगित-बल्तिस्तान में कईं डैम बनाकर पीओजेके के नेचुरल रिसोर्सेस का दोहन कर रहा है। जिसका असर यहां के प्राकृतिक संतुलन पर भी बहुत ज्यादा पड़ रहा है।“
 

 
PIC Courtesy-ANI 
 
इसके अलावा कईं और ह्यूमन राइट्स ऑर्गनाइजेशन्स के लीडर्स ने पीओजेके में पाकिस्तान के आतंकी प्लान का पर्दाफाश किया। एक्टिविस्टों ने खुलासा किया कि कैसे पीओजेके में पाकिस्तान के खिलाफ आवाज उठाने वाले को प्रताड़ित किया जा रहा है। उनको मारा जा रहा है, बिना किसी जुर्म के जेल में डाला जा रहा है। जोकि पीओजेके से बाहर निकलकर दूसरे देशों में बस गये हैं उनको वापिस पीओजेके में नहीं जाने दिया जा रहा है।
 
 
ब्रसेल्स में रहने वाले पीओजेके के प्रवासी जमील अहमद ने UNHRC से गुहार लगाई कि अक्टूबर 2017 से पाकिस्तान ने उनके पीओजेके वापिस अपने घर जाने पर रोक लगा रखी है।
 

 
PIC Courtesy-ANI