@@INCLUDE-HTTPS-REDIRECT-METATAG@@ इंडिया में लिबरल गैंग की वाहवाही के बाद पाकिस्तानी एसेंबली में इमरान खान को नोबेल शांति पुरस्कार से नवाजने का प्रस्ताव पेश

इंडिया में लिबरल गैंग की वाहवाही के बाद पाकिस्तानी एसेंबली में इमरान खान को नोबेल शांति पुरस्कार से नवाजने का प्रस्ताव पेश

 
 
सर्जिकल स्ट्राइक के बाद भारत के रूख और चौतरफा कूटनीतिक दबाव के चलते पाकिस्तान ने विंग कमांडर अभिनंदन को 56 घंटों में ही वापिस कर दिया। लेकिन पाकिस्तान की प्रोपगैंडा मशीन ने इसे शांति के संदेश के तौर पर पेश करना शुरू किया। इंडिया में बैठे लिबरल ग्रुप ने तुरंत इसको इमरान खान का मास्टर-स्ट्रोक, इमरान खान द ग्रेट, इमरान फॉर पीस, गुडविल जेस्चर टाइप कैंपेन शुरू दिया। इमरान खान की शान में कसीदे गढ़े गये।
 



 
लेकिन आज पाकिस्तान के एक चमचे मंत्री ने इमरान खान को नोबेल प्राइज़ दिये जाने की मांग कर डाली। पाकिस्तान के सूचना और प्रसारण मंत्री फवाद चौधरी ने नेशनल एसेंबली में एक प्रस्ताव तक पेश कर डाला। प्रस्ताव में कहा गया कि भारतीय नेताओं द्वारा शुरू किये गये युद्धोन्माद के बाद भारत-पाकिस्तान के युद्ध को टालने के लिए इमरान खान ने एक संत की तरह रोल अदा किया। इमरान खान के इस कारनामे के चलते उनको नोबेल पीस प्राइज़ दिया जा सकता है। पढ़िये क्या है इस प्रस्ताव में-
 

 
 
 
बहरहाल आपको बता दें कि पाकिस्तान के अंदरूनी हालात सबको पता हैं। इमरान खान मसले को काबू नहीं कर पा रहे हैं। लिहाजा उनके मिनिस्टर उन्हें खुश करने के लिए नोबेल पीस प्राइज़ के शोशे छोड़ रहे हैं। प्रस्ताव पास करने वाले फवाद चौधरी की हकीकत भी समझना ज़रूरी है। दरअसल इमरान के खासमखास सलाहकार नईम उल हक और रेल मंत्री शेख रशीद को फवाद चौधरी से छत्तीस का आंकड़ा है। जिसको लेकर फवाद चौधरी के इस्तीफे की खबर कईं बार उड़ चुकी है। देखिए 24 तारीख को किया गया फवाद का ट्वीट-
 

 
 
 
नौकरी खतरे में देखर फवाद चौधरी का अपने मास्टर को खुश करने का शोशा कितना काम आयेगा। ये देखना दिलचस्प होगा।