जम्मू लोकसभा सीट पर 24 उम्मीदवार मैदान में, क्या NC-PDP के समर्थन के साथ बीजेपी का विजय रथ पायेगी कांग्रेस?
जम्मू लोकसभा सीट पर 24 उम्मीदवार मैदान में, क्या NC-PDP के समर्थन के साथ बीजेपी का विजय रथ पायेगी कांग्रेस?
श्रीनगर की 2 लोकसभा सीटों पर पहले चरण में मतदान होना है, जम्मू और बारामूला। जम्मू सीट पर फिलहाल बीजेपी के जुगल किशोर शर्मा का कब्ज़ा है। जोकि एक बार फिर चुनाव मैदान में हैं। जुगल किशोर शर्मा के अलावा जम्मू सीट पर कुल 23 उम्मीदवार मैदान में हैं। इनमें जुगल किशोर का मुख्य मुकाबला कांग्रेस के रमन भल्ला, डोगरा स्वाभिमान संगठन के लीडर लाल सिंह और पैंथर्स पार्टी के वेटरन लीडर भीम सिंह से होना तय है।
पिछली बार जुगल किशोर जम्मू सीट मदन लाल शर्मा को करीब ढाई लाख वोटों से हराकर जीते थे। लेकिन इस बार समीकरण काफी बदले हुए हैं, एक तरफ एंटी-इनकमबैंसी। तो दूसरी तरफ विपक्षी पार्टियों ने चुनावी बिसात पर करीने से मोहरे बिठाये हैं। सबसे पहले कांग्रेस और नेशनल कांफ्रेंस ने इस सीट पर मिलकर उम्मीदवार उतारा है, तो पीडीपी ने भी इस बार मोदी को हराने के लिए उम्मीदवार उतारने के लिए इंकार कर दिया। अघोषित रूप से वो भी कांग्रेस को ही समर्थन कर रहे हैं। ये महत्तवपूर्ण इसीलिए भी है कि पिछली बार पीडीपी उम्मीदवार ने 1,68,554 वोट हासिल किये थे। विपक्षी पार्टी ढाई लाख के अंतर को काफी हद तक इन वोटों से पाटने की आस में हैं।
जुगल किशोर को हराने के लिए कांग्रेस ग्रुप के 2 तुरूप के इक्के हैं, लाल सिंह और भीम सिंह। चर्चा है कि बीजेपी के मनाने के बावजूद लाल सिंह चुनाव मैदान से हटने को तैयार नहीं हैं। लाल सिंह ऊधमपुर और जम्मू दोनों सीटों से बीजेपी को सबक सिखाने की तैयारी में हैं। लाल सिंह कठुआ क्षेत्र के एक कद्दावर नेता हैं। जिसकी जम्मू क्षेत्र में खासी पैठ हैं। कांग्रेस के टिकट पर ऊधमपुर सीट से 2004, 2009 में सांसद रह चुके हैं, 2014 में कांग्रेस से टिकट नहीं मिला तो बीजेपी में शामिल हो गये। इसके बाद लाल सिंह बीजेपी-पीडीपी सरकार में मंत्री भी रहे। लेकिन यहां भी बीजेपी के दाल नहीं गली तो तो डोगरा स्वाभिमान संगठन नाम पार्टी बनायी और अब चुनावी मैदान में हैं। कांग्रेस आस कर रही है कि लाल सिंह डोगरा स्वाभिमान के नाम पर बीजेपी के वोटों में सेंध लगा सकते हैं।
नोमिनेशन फाइल करने जाते लाल सिंह
लेकिन संभावना ये भी है कि कहीं वो पुराने कांग्रेसी होने के नाते कांग्रेस की नींव ही न दरका दें। दूसरी तरफ जम्मू के मतदाता भी इस बात को अच्छी तरह समझ रहे हैं कि लाल सिंह चुनाव मैदान में क्यों हैं।
कांग्रेस ग्रुप की एक और आस हैं जम्मू कश्मीर पैंथर्स पार्टी के वेटरन लीडर भीम सिंह। यूं तो भीम सिंह पुराने कांग्रेसी हैं, ऊधमपुर में इनका खासा असर है, 2002 के विधानसभा चुनाव में पैंथर्स पार्टी ने सबसे अच्छा प्रदर्शन किया था और 4 सीट जीतीं थीं। लेकिन इस बार वो मैदान में हैं जम्मू सीट से। कांग्रेस को उम्मीद है कि भीम सिंह भी बीजेपी के वोटों में सेंध लगायेंगे। लेकिन हो सकता है यहां भी कांग्रेस का दांव उल्टा ही न पड़ जाये।
बीजेपी अभी भी मोदी सरकार के काम के सहारे चुनावी नैया पार करने के लिए पूरी तरह से आश्वस्त है। गुरूवार को पीएम मोदी ने जम्मू के अखनूर में रैली पर बीजेपी के पक्ष में माहौल बना दिया है। वहीं सड़क पर बीजेपी कार्यकर्ता जी-जान से जुटा है।