ICJ में इन प्वाइंट्स पर हारा पाकिस्तान, लेकिन पाकिस्तान फैसले का जश्न मनाने में लगा है
   18-जुलाई-2019
 
बुधवार को इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस ने कुलभूषण मामले में भारत की ज्यादातर मांगों को मानते हुए भारत के पक्ष में फैसला सुनाया। फैसले के मुख्य प्वाइंट्स, जिससे साबित होता है कि भारत के पक्ष में फैसला हुआ।

1. कोर्ट ने पाकिस्तान के ऑब्जेशन के खिलाफ फैसला सुनाया कि इस मामले में आईसीजे का दखल बनता है। यानि ये मामला आईसीजे के कानूनी दायरे के अंदर आता है। इस फैसले में तमाम 16 जजों ने इसी पक्ष में फैसला सुनाया।
 
 
2. पाकिस्तान ने कुलभूषण के मामले में विएना कंवेंशन का उल्लंघन भी किया है। भारत की इस मांग को भी कोर्ट ने 15-1 के बहुमत से माना।
 
 
3. कोर्ट ने सिर्फ कुलभूषण की मौत की सज़ा पर तत्काल प्रभाव से रोक ही नहीं लगाई।
 
 


 
 
 
4. कोर्ट ने पाकिस्तान से भारत को काउंसलर एक्सेस देने का भी आदेश दिया।
 
 
5. कोर्ट ने मिलट्री कोर्ट की सजा को खारिज़ तो नहीं किया। लेकिन सजा पर रीव्यू करने का आदेश भी दिया।
 
 


 
 
 
6. आईसीजे ने जो प्रेस रिलीज जारी की थी, उसकी पहली लाइन साबित करती है कि फैसला भारत के पक्ष में हुआ। प्रेस रिलीज के अनुसार- “ICJ finds that Pakistan has acted in breach of the obligations…….” इस प्रेस रिलीज की भाषा पर पाकिस्तान में कई विशेषज्ञों ने भी सवाल उठाये गये हैं।
 

 
 

 
यहां तक कि हमेशा भारत के खिलाफ ज़हर उगलने वाले पाकिस्तानी तज्जियानिगार जैद हामिद ने भी माना कि आईसीजे ने भारत के हक में फैसला सुनाया है।
 

 
 
 
 
ये सही है कि आईसीजे के इस फैसले कुलभूषण की तुरंत रिहाई संभव नहीं हुई। लेकिन कुलभूषण को फिलहाल कुछ वक्त तक के लिए राहत ज़रूर मिल गयी है। ये वो स्टेज जहां से कुलभूषण को सकुशल वापिस लाने की कूटनीतिक शुरूआत शुरू हो सकती है। वहीं इस पूरे मामले में पाकिस्तान की जबरदस्त कूटनीतिक हार हुई है। लेकिन बढ़ती महंगाई, आर्थिक मंदी और कर्ज में डूबे देश में एक और मायूसी न पनपे इसके लिए पाकिस्तान के पीएम इमरान खान से लेकर, आर्मी तक हर कोई इस फैसले के लिए पाकिस्तान की अवाम को कुछ बधाई दे रहा है।