व्हाइट हाउस के सामने पाकिस्तान के खिलाफ पश्तून और गिलगित बल्तिस्तान के प्रवासियों का जोरदार प्रदर्शन, यूएस कांग्रेस सदस्यों ने भी लिखा ट्रंप को पत्र
   22-जुलाई-2019
 
पाकिस्तानी पीएम इमरान खान और प्रेज़ीडेंट ट्रंप की मुलाकात अगले कुछ घंटों में व्हाइट हाउस में होनी तय है। लेकिन इससे पहले पाकिस्तान के खिलाफ व्हाइट हाउस के सामने पश्तून, बलोच और गिलगित-बल्तिस्तान के प्रवासी जोरदार प्रदर्शन कर रहे हैं। यहां प्रदर्शनकारियों की भीड़ लगातार बढ़ती जा रही है। सैंकड़ों पश्तून प्रदर्शनकारी पश्तून तहफुज़ मूवमेंट के नेता मोहसिन डावर और अली वज़ीर को रिहा करने की मांग कर रहे हैं। तो बलूच पाकिस्तानी आर्मी द्वारा बलोच नौजवानों को अगवा करने की कार्रवाईयों के खिलाफ प्रेज़ीडेंट ट्रंप को आगाह कर रहे हैं। देखिए प्रदर्शन की कुछ तस्वीरें-
 
 

 

 
 
 
 
 
बताया जा रहा है कि जिस समय इमरान खान अपने आर्मी जनरलों के साथ व्हाइट हाउस पहुंचेंगे। उस वक्त यहां प्रदर्शनकारियों की संख्या हज़ारों में होगी।
 
 
इससे पहले संडे को कैपिटल एरिना में इमरान खान की तकरीर के दौरान और कैपिटल एरिना के बाहर बैनर वाली गाड़ियां लगातार गश्त लगा रही थी। स्थानीय पाकिस्तानी ऑर्गनाइजर्स ने इन्हें हटाने के लिए पुलिस से शिकायत भी की। लेकिन पुलिस ने इन गाड़ियों को हटाने से मना कर दिया। बाद में इमरान खान की स्पीच के दौरान भी कैपिटल एरिना में बलोच प्रदर्शनकारियों ने बलूचिस्तान के समर्थन में नारेबाज़ी की।
 
 
 
 
 
 
यहां ये दिलचस्प है कि इमरान खान के दौरे पर पहले अपने ओवल ऑफिस में प्रेजिडेंट ट्रंप पाकिस्तान के कईं ह्यूमन राइट्स एक्टिविस्टों से मिले थे। जिन्होंने पाकिस्तान में अहमदिया मुस्लिम और हिंदूओं पर अत्याचारों को लेकर प्रेजिडेंट ट्रंप से शिकायत भी की थी। यानि अमेरिका पहले ही आतंकवाद और माइनोरिटी के ह्यूमन राइट्स के उल्लघंन को लेकर पाकिस्तानी नेतृत्व को घेरने की कोशिश में हैं।
 
 
 
इसके अलावा यूएस कांग्रेस के 10 सदस्यों ने भी ट्रंप को पत्र लिखकर पाकिस्तान में हिंदू और क्रिश्चियन बच्चियों को अगवा कर जबरन धर्म परविर्तन और मुल्लाओं से शादी का मुद्दा उठाया था।