अमरनाथ यात्रा को कुछ यूं आसान बना रहे हैं ITBP के जवान, यात्रा के दौरान सैंकड़ों श्रद्धालुओं के लिए जीवनरक्षक साबित हुए ये हिमवीर
   08-जुलाई-2019
 
 
जम्मू कश्मीर में अमरनाथ यात्रा पूरे उत्साह और श्रद्धा के साथ जारी है। बालटाल और पहलगाम रूट के जरिये यात्रा को पूरी तरह सुरक्षित बनाने के लिए प्रशासन ने खासे इंतजाम किये है। गांदरबल जिले से होते हुए 12 हजार फीट तक की ऊंचाई वाला 14 किमी लंबा बालटाल रूट एक बेहद दुर्गम रास्ता है। जिस रूट पर भूस्खलन, शूटिंग स्टोन से, पत्थरों से, बहते नालों से, बेहद फिसलन वाला रास्ता है, जोकि बुजुर्ग श्रद्धालुओं, खासतौर पर महिलाओं के लिए और दुर्गम हो जाता है, लेकिन आईटीबीपी के जवानों ने इस रूट को आम श्रद्धालुओं के लिए बेहद सुविधाजनक बना दिया है। इस रूट पर आईटीबीपी ने खास टीम तैनात की हैं, जिन्हें ऐसी परिस्थितियों से लड़ने और बचाने की ट्रेनिंग दी गयी है। अब तक मिली तस्वीरों और वीडियो से साबित होता है कि आईटीबीपी के जवान किस तत्परता से श्रद्धालुओं की यात्रा को सुरक्षित बना रहे हैं।
 
 
 
यात्रा के दौरान ज्यादा ऊंचाई पर होने की वजह से सांस लेने में दिक्कत होना यात्रियों के लिए एक आम समस्या है, जोकि घातक साबित हो सकता है। इसके लिए भी आईटीबीपी ने 77 जवानों की एक ट्रेंड मेडिकल टीम पूरे रूट पर जगह-जगह तैनात की है। जोकि पीठ पर ऑक्सीजन सिलेंडर लादकर खड़े हुए हैं, इनकी वर्दी पर सफेद रेडक्रास बना हुआ। जिससे कि साथी यात्री उनको देखकर आसानी से पहचान सकते हैं। पहले एक हफ्ते में आईटीबीपी के जवान करीब 100 श्रद्धालुओं के लिए जीवनरक्षक देवदूत साबित हो चुके हैं। इसके अलावा पूरे रूट पर क्विक रिएक्शन टीम गठित कर तैनात किया गया है। जोकि किसी भी गंभीर स्थिति को संभालने के लिए तैयार हैं। रोज़ाना दर्जनों श्रद्धालुओं की स्ट्रेचर पर लादकर दर्शन तक कराने की कोशिश की जा रही है। ताकि वहां तक पहुंचे यात्री की आस्था में कोई रूकावट न आये। देखिए बालटाल रूट पर तैनात आईटीबीपी के तैनात जवानों की तस्वीरें-