कश्मीर घाटी में सड़क पर लौटी जिंदगी, सड़क और टेलीफोन लाइन पर हेवी ट्रैफिक, लेकिन हालात सामान्य
   17-अगस्त-2019

 
शनिवार को जम्मू कश्मीर प्रशासन ने धीरे-धीरे घाटी में लगी पाबंदियां हटानी शुरू कर दी हैं। सड़क से लेकर टेलीफोन लाइन तक, राज्य सरकार ने श्रीनगर और उत्तरी कश्मीर के तमाम इलाकों में ज्यादातर पाबंदियां हटा ली। जिसके बाद श्रीनगर समेत सेंट्रल और उत्तरी कश्मीर में खासी चहल-पहल दिखायी दी। जबकि टेलीफोन लाइन से पाबंदी हटाने के बाद लोगों ने खासी राहत महसूस की। इसके अलावा तमाम अस्पताल, एटीएम और किराना रसद की दुकानें पूरी तरह से खुली हुई हैं।

 
 
गवर्नर सत्यपाल मलिक के प्रिसिंपल सेक्रेटरी रोहित कंसल ने एक प्रेस वार्ता में पत्रकारों को बताया कि घाटी में अभी तक हालात सामान्य बने हुए हैं। जिन इलाकों में पांबदियों से छूट दी गयी थी। वहां पर किसी विरोध प्रदर्शन या पत्थरबाज़ी की सूचना नहीं है। हालांकि घाटी के ऐसे इलाकों में 5-6 जगहों पर कुछ पत्थरबाज़ी की कोशिश ज़रूर हुई, जहां पर से अभी पाबंदी नहीं हटायी गयी हैं। इनमें भी हरेक जगह 30-40 लोगों ने ही पत्थरबाज़ी की कोशिश की जिन्हें काबू में कर लिया गया। इसमें 5-6 पत्थरबाज़ों के मामूली तौर पर घायल होने की सूचना है।
 
 
प्रिंसिपल सेक्रेटरी ने ताज़ा हालात पर संतोष जताते हुए कहा कि सोमवार से पाबंदी हटाये गये इलाकों में तमाम स्कूल खोल दिये जायेंगे। इसके अलावा प्रिंसिपल सेक्रेटरी ने बताया कि रविवार से जेद्दा से हज़ पूरी करके हाजी भी वापिस लौटना शुरू हो जायेंगे। इसके लिए तमाम इंतजाम कर लिये गये हैं।
 
श्रीनगर में हाजियों के लिए व्यवस्था के बारे में बताते हुए श्रीनगर के डिविजनल कमिश्नर बशीर खान ने बताया कि रविवार को 2 फ्लाइट्स जेद्दा से श्रीनगर पहुंचेगी, जिसमें 300 से ज्यादा हाजी वापसी कर रहे हैं। जिनको जेद्दा में ही तमाम इंतजामों की व्यवस्था के बारे में बता दिया गया है। इनको कश्मीर घाटी के तमाम 10 जिलों में बांटकर एयरपोर्ट पर इमीग्रेशन और कस्टम के 10 अलग से काउंटर बनाये गये हैं। तमाम हाजियों को रिसीव करने पहुंचने वाले रिश्तेदारों के लिए भी प्रशासन ने 3 तीन पहले ही तमाम व्यवस्था कर दी है। जिन इलाकों में पाबंदियां लागू हैं, उन इलाकों के लोगों के लिए गाड़ी पास और मूवमेंट पास 3 दिन पहले ही पहुंचा दिये गये हैं।

 
इसके अलावा राज्य प्रशासन ने श्रीनगर से घरों तक हाजियों को पहुंचाने के लिए गाड़ियों और बसों की व्यवस्था भी की है।