अमरनाथ यात्रा पर बड़े हमले को आर्मी ने किया नाकाम, सुरक्षाबलों ने खोज़ी आईईडी और पाकिस्तान ऑर्डनेंस फैक्ट्री मेड माइंस
   02-अगस्त-2019
 
 
कश्मीर में जारी अमरनाथ यात्रा आतंकियों के निशाने है, खुफिया सूचना के मुताबिक पिछले कई दिनों से आतंकी अमरनाथ यात्रा पर आईईडी हमले की तैयारी कर रहे थे। जिसको सुरक्षाबलों ने नाकाम कर दिया है। आर्मी की चिनार कॉर्प्स कमांडर केजीएस ढिल्लों ने डीजीपी दिलबाग सिंह के साथ ज्वाइंट प्रेस कांफ्रेंस में इस बात का खुलासा किया। कमांडर ढिल्लों ने बताया कि- “पिछले 3-4 दिन से हमले खुफिया जानकारी मिली थी, कि आतंकी अमरनाथ यात्रा पर हमला करना चाहते हैं। पिछले 3 दिनों से हमले बालटाल और पहलगाम में गहन जांच की गयी है। कुछ आईईडी को हमने न्यूट्रालाइज़ किया है। पाकिस्तान ऑर्डनेंस फैक्ट्री मेड माइन भी मिली है, जिससे पता चलता है कि पाकिस्तान वैली में हमलों में शामिल है।“
 
 
कमांडर ढिल्लों ने बताया कि फिलहाल अमरनाथ यात्रा के रूट्स को पूरी तरह से सैनिटाइज़ कर दिया गया है। फिलहाल यात्रियों को किसी भी तरह के कोई खतरा नहीं है।
 
 
आपको बता दें कि खराब मौसम के चलते 4 अगस्त तक अमरनाथ यात्रा को स्थगित किया गया है।
 
 

 
 
 
पाकिस्तान ऑर्डनेंस फैक्ट्री मेड माइन  के सबूत , जिसको आर्मी ने अमरनाथ के रूट पर बरामद किया है
 
 
 

 
 एक एनकाउंटर में बरामद हुई पाकिस्तानी रायफल
 
 
प्रैस कांफ्रेंस की शुरूआत करते हुए कमांडर केजीएस ढिल्लों ने बताया कि पाकिस्तान कैसे लगातार जम्मू कश्मीर में लाइन ऑफ कंट्रोल पर सीज़फायर का उल्लंघन कर रहा है, जिसका भारतीय सेना माकूल जवाब दे रही है। उन्होंने बताया कि- “टेररिस्ट लीडर हमारा मेन टारगेट है। 6 महीनों में हमने टेररिस्ट ऑर्गनाइजेशंस की ज्यादातर लीडरशिप को खत्म कर दिया है। लेकिन इस बीच आईईडी हमले की आशंका लगातार बनी हुई है, पुलवामा के बाद बनिहाल में आईईडी हमला हुआ था। आज फिर शोपियां में फिर से हमला हुआ है। इसी कड़ी में हमने पिछले हफ्ते आईईडी एक्सपर्ट मुन्ना लाहौरी को मार गिराया था। पाकिस्तान कश्मीर वैली को डिस्टर्ब-डीस्टैबिलाइज़ करना चाहता है। लेकिन हम सबको आश्वस्त करना चाहते हैं कि हम ये होने नहीं देंगे।“
 
 
इसके अलावा चिनार कॉर्प्स कमांडर ने लोकल आतंकियों के खात्मे पर भी सीधा संदेश देते हुए बताया कि पिछले एक साल के आंकड़ें साबित करते हैं कि 60 फीसदी आतंकियों को ज्वाइन करने के 10 दिन के अंदर ही खत्म कर दिया गया है। 9 फीसदी नये आतंकियों को एक महीने में, 17 फीसदी को 3 महीने में और 36 फीसदी 6 महीनों के अंदर खत्म कर दिया गया है।