जम्मू के ओंकार सिंह को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने बाल शक्ति पुरस्कार से किया सम्मानित
जम्मू के छात्र ओंकार सिंह को बीते बुधवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने राष्ट्रीय बाल शक्ति पुरस्कार से सम्मानित किया। जम्मू के तालाब तिल्लो क्षेत्र निवासी ओंकार सिंह को यह पुरस्कार विश्व के सबसे कम उम्र में सैद्धांतिक लेखक होने पर मिला है। राष्ट्रपति से पुरस्कार मिलने के बाद ओंकार सिंह ने मीडिया से बातचीत में कहा कि वह आज बहुत गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं।
पिता ने किया मार्गदर्शन
ओंकार जब सात साल के थे तब उन्होंने पहली बार वेबसाइट विकसित करना शुरू किया था। ओंकार के पिता घर पर कंप्यूटर का इस्तेमाल करते थे, जिसको देखकर ओंकार की रूचि कंप्यूटर में बढ़ी। ओंकार के पिता ने उन्हें प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में खुद को प्रशिक्षित करने के लिए लैपटॉप दिया था। जिसके बाद ओंकार पिता के मार्गदर्शन पर प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में खूब मेहनत करने लगें। वहीं तीन अक्टूबर 2018 को ओंकार ने अपनी पहली पुस्तक ‘वेन द टाइम स्टाप्स’ लिखी। जिसके लिए उन्हें रिकार्ड होल्डर्स रिपब्लिकन यूनाइटेड किंगडम की ओर से विश्व के युवा थियोरेटिकल ऑथर की उपाधि से सम्मानित किया गया था। उन्हें इस सम्मान के साथ एक लाख की नकद इनाम राशि भी मिली थी।
सर्वश्रेष्ठ 49 छात्रों को मिला पुरस्कार
महिला एवं बाल कल्याण मंत्रालय (डब्ल्यूसीडी) के अनुसार 49 छात्रों को राष्ट्रीय स्तर पर राष्ट्रपति से पुरस्कार देने के लिये चुना गया है। भारत में पढ़ रहे करोड़ों छात्रों के बीच सर्वश्रेष्ठ सिर्फ 49 छात्रों को अलग-अलग क्षेत्रों में उपाधि प्राप्त करने के कारण चुना गया , जम्मू के ओंकार भी उनमें से एक है। ओंकार के पिता ने मीडिया से बातचीत में बताया कि उन्हें जब इस बात की जानकारी मिली थी तो उन्हें विश्वास नहीं हुआ। जब यह पक्का हुआ कि सूची में ओंकार का भी नाम शामिल है तो पूरे परिवार में खुशी का ठिकाना नहीं था। अब जब राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से सम्मान मिला है तो हम सभी बहुत गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं।