
 
बता दें कि जम्मू और श्रीनगर में सरकारी बंगलों में रहने वाले पूर्व मंत्रियों, पूर्व नौकरशाहों समेत 56 लोगों को इन बंगलों को खाली करने का नोटिस दिया जा चुका है। अभी हाल ही में पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने अपना सरकारी बंगला खाली किया था, जबकि पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने नोटिस मिलने के बावजूद अभी तक सरकारी आवास खाली नहीं किया है। इसके अलावा अभी तक कई पूर्व मुख्यमंत्री, मंत्री और ब्यूरोक्रेट्स अनुच्छेद 370 की आड़ में शाही जिंदगी भोग रहे थे। लेकिन पिछले साल अनुच्छेद  370 निरस्त होने और संविधान के सभी नियम लागू होने के बाद इन नेताओं को जल्द ही सरकारी बंगले खाली करने होंगे। प्रशासन भी लगातार इस दिशा में कार्य कर रहा है।