पाकिस्तान में इस्लामिक कट्टरपंथियों द्वारा हिंदू-सिख धार्मिक और ऐतिहासिक स्मारकों को नुकसान पहुंचाने का सिलसिला थम नहीं रहा है। कट्टरपंथियों ने बीते शुक्रवार को लाहौर के शाही किले में स्थित महाराजा रणजीत सिंह की प्रतिमा को खंडित किया है। बता दें 19 वीं सदी के सिख शासक महाराजा रणजीत सिंह की नौ फीट ऊंची प्रतिमा शाही किले में स्थित है। जिसे अज्ञात इस्लामिक कट्टरपंथियों ने खंडित किया है। खबरों के मुताबिक अज्ञात लोगों ने कट्टरपंथियों के भाषण से प्रभावित होकर इस घटना को अंजाम दिया।
गौरतलब है कि महाराजा रणजीत सिंह का देहांत 1839 में हुआ था। जिसके बाद कोल्ड ब्रांज से बनी यह प्रतिमा उनकी 180वीं बरसी के अवसर पर शाही किले में लगाई गई थी। प्रतिमा में महाराजा को तलवार पकड़ कर घोड़े पर बैठा दिखाया गया था, जैसे कि वे अपने शासनकाल में आमतौर पर दिखाई देते थे। इस घटना के बाद स्थानीय पुलिस ने लाहौर के हरबंसपुरा में रहने वाले जहीर नामक युवक और उसके साथियों को गिरफ्तार किया है। इस प्रतिमा को जून 2019 में लाहौर के किले में फकीर खाना अजायबघर की सहायता से एक स्थानीय कलाकार के सहयोग से स्थापित किया गया था। लेकिन इस्लामिक कट्टरपंथियों ने इसकी स्थापना के दो महीने बाद ही अगस्त 2019 में इसे नुकसान पहुंचाया था। बता दें कि ये दूसरी बार है कि महाराजा रणजीत सिंह की प्रतिमा को नुकसान पहुंचाया गया है।
लुधियाना स्थित महाराजा रणजीत सिंह वार म्यूजियम
पंजाब के लुधियाना जालंधर रोड पर स्थित महाराजा रणजीत सिंह वार म्यूजियम में प्रथम विश्व युद्ध, द्वितीय विश्व युद्ध, महाराजा रणजीत सिंह, बाबा बंदा बहादुर, हरि सिंह नलवा, आजादी संग्राम, आजादी के बाद लड़ी गई लड़ाइयों के बारे में पूरी जानकारी मिल जायेगी। महाराजा रणजीत सिंह समेत अन्य योद्धाओं की संपूर्ण जानकारियों को महाराजा रणजीत सिंह वार म्यूजियम में संरक्षित करके रखा गया है।
देखिए इस वीडियो में कैसे इस्लामिक कट्टरपंथियों ने महाराजा की प्रतिमा को किया खंडित