जम्मू शिक्षा विभाग का निर्देश, गरीब छात्रों को निजी कोचिंग सेंटर्स में मिलेगी निशुल्क शिक्षा, 10% कोटा निर्धारित
    05-दिसंबर-2020


jammu_1  H x W:

जम्मू में शिक्षा के अधिकार को सख्ती से लागू कराने के लिए शिक्षा विभाग ने सराहनीय कदम उठाया है। जम्मू शिक्षा विभाग ने कोचिंग सेंटर के संचालकों को निर्देश दिया हैं कि वे अपने कोचिंग सेंटरों में गरीब, बेसहारा, अनाथ बच्चों को निशुल्क कोचिंग दें। विभाग की ओर से इन बच्चों से आनलाइन आवेदन भी मांगे हैं ताकि उन्हें कोचिंग सेंटरों में भेज कर उन्हें पढ़ाई के साथ साथ प्रतिस्पर्धा परीक्षाओं के लिए तैयारी करवाई जा सके। बता दें कि शिक्षा निदेशालय जम्मू की ओर से अधिसूचना जारी कर गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले परिवारों के बच्चों, अनाथ बच्चों व बेसहारा बच्चों से आनलाइन आवेदन मांगे हैं ताकि उन्हें कोचिंग सेंटरों में दाखिला दिलवाया जा सके। फिलहाल अभी जम्मू संभाग के विंटर जोन के इलाकों के बच्चों से आवेदन मांगे गये हैं। वहीं इन बच्चों का कोचिंग सेंटरों में चयन मेरिट के आधार पर होगा। जानकारी के मुताबिक प्रत्येक बच्चे को अपनी इच्छा अनुसार तीन कोचिंग सेंटरों का नाम देना होगा और उनमें से किसी एक में बच्चे को दाखिला मिलेगा। वहीं किस कोचिंग सेंटर में कितने बच्चों को निशुल्क दाखिला मिलेगा, यह कोचिंग सेंटर में बच्चों की क्षमता के अनुसार निर्धारित किया जायेगा। किसी कोचिंग सेंटर में सौ बच्चों की क्षमता है तो उसमें दस गरीब, बेसहारा, अनाथ बच्चों को दाखिला होगा।
 



बता दें कि नियम के मुताबिक कोचिंग सेंटर इन बच्चों से फीस नहीं वसूल सकते और बिना पक्षपात के इन बच्चों को निशुल्क पढ़ाना होगा। दरअसल शिक्षा विभाग भी इन सेंटर्स को पंजीकृत करते हुये यह शर्त रखता था। लेकिन अधिकतर कोचिंग सेंटर इस शर्त को पूरा नहीं करते थे। अब शिक्षा निदेशालय जम्मू ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर ही बच्चों से आनलाइन आवेदन मांगे हैं और शिक्षा निदेशालय ही बच्चों को सेंटर अलॉट करेगा। शिक्षा निदेशक जम्मू अनुराधा गुप्ता का कहना है कि बेहतर शिक्षा का अधिकारी हर बच्चे को है। कोई मेधावी बच्चा गरीबी के चलते पीछे ना रहे, इसके लिए शिक्षा निदेशालय जम्मू ने इन बच्चों को कोचिंग सेंटरों में दाखिला दिलवाने के लिए आनलाइन आवेदन मांगे हैं। शिक्षा निदेशालय जम्मू की वेबसाइट पर बकायदा कोचिंग सेंटरों की सूची भी जारी की गई है, जहां से छात्र आवेदन कर सकते हैं।