अमेरिकी पत्रकार डेनियल पर्ल की हत्या के मामले में पाकिस्तान सुप्रीम कोर्ट में आगामी 1 फरवरी को फिर से सुनवाई होगी। दरअसल डेनियल पर्ल हत्याकांड मामले में मुख्य आरोपी उमर सईद शेख को पाकिस्तान के सर्वोच्च न्यायालय की तरफ से रिहा करने के आदेश पर अमेरिका और भारत ने गहरी नाराजगी जाहिर की थी। जिसके बाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बढ़ती नाराजगी को देखते हुये बीते शुक्रवार को पाकिस्तान की सिंध सरकार ने पाकिस्तान सुप्रीम कोर्ट से इस फैसले पर पुनर्विचार करने की अपील की थी। जिसके बाद पाकिस्तान सुप्रीम कोर्ट ने सिंध सरकार की अपील को मानते हुये 1 फरवरी को दोबारा इस मामले में सुनवाई करने का फैसला लिया है। गौरतलब है कि अमेरिकी पत्रकार डेनियल पर्ल ‘द वॉल स्ट्रीट जर्नल’ के दक्षिण एशिया ब्यूरो प्रमुख थे और वर्ष 2002 में पाकिस्तान में आतंकवादियों ने उनका अपहरण कर हत्या कर दी थी।
सिंध प्रांत की सरकार के वकील फैज शाह ने बताया कि तीन पुनर्विचार याचिकाएं दायर की गई हैं। उन्होंने उमर शेख को रिहा किये जाने के फैसले को पलटने और उसे मिली मौत की सजा को बरकरार रखने की अपील की है। इससे पूर्व सिंध हाईकोर्ट ने निचली अदालत के फैसले को पलटते हुये चारों आतंकवादियों को रिहा करने के आदेश दिये थे। सिंध हाईकोर्ट के निर्णय पर अमेरिका समेत अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने नाराजगी जाहिर की थी। इसके बाद सिंध की राज्य सरकार और डेनियल पर्ल के माता-पिता ने हाईकोर्ट के आदेश के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में अपील की थी। लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने भी आरोपियों को रिहा करने का आदेश दिया था। जिसके बाद फिर से सिंध सरकार ने सुप्रीम कोर्ट से इस मामले में पुनर्विचार करने की अपील की है।
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन ने पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी से फोन पर बात की है। इस दौरान उन्होंने अमेरिकी पत्रकार डैनियल पर्ल की निर्मम हत्या के लिए दोषी ठहराए गये आतंकवादियों की जवाबदेही तय करने पर चर्चा की है।
बता दें कि डेनियल पर्ल की हत्या में शामिल आरोपियों के बरी किये जाने पर संयुक्त राष्ट्र के एक वरिष्ठ अधिकारी ने भी चिंता जताई थी। यूएन प्रमुख स्टीफन दुजार्रिक के प्रवक्ता ने कहा था कि इस तरह के अपराधों पर जवाबदेही होनी चाहिए और यह महत्वपूर्ण है।