“J&K विकास की ओर अग्रसर, युवाओं के लिए रोजगार की दिशा में अपार संभावनाएं” – गृह मंत्री अमित शाह
   24-अक्तूबर-2021

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गृह मंत्री अमित शाह अपने तीन दिवसीय जम्मू-कश्मीर के दौरे पर है। अमित शाह ने अपने दौरे के दौरान श्रीनगर में शहीद जवान परवेज़ अहमद डार के परिजनों से मुलाकात की। वहीं इस दौरान उन्होंने शहीद जवान परवेज अहमद डार की पत्नी को सरकारी नौकरी दी। वहीं अपने निर्धारित कार्यक्रम के दौरान अमित शाह ने जम्मू कश्मीर यूथ क्लबों के सदस्यों के साथ संवाद किया। इस दौरान उन्होंने जवानों को संबोधित करते हुए कहा कि पीएम नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में हमने एक नए कश्मीर की रचना की शुरूआत की है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में जम्मू-कश्मीर सरकार ने एक लक्ष्य रखा है कि हर पंचायत और शहरी वार्ड में एक यूथ क्लब बनेगा। उन्होंने कहा कि जिस कश्मीर से ढाई साल पहले तक पथराव,आतंकवाद,हिंसा के समाचार आते थे। वहां आज जम्मू-कश्मीर का युवा विकास,कौशल विकास,रोज़ग़ार,पढ़ाई के वजीफ़े की बात कर रहा है।




अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि कश्मीर की लगभग 70 प्रतिशत आबादी 35 साल की आयु से कम है। उन्होंने कहा कि अगर इस आबादी के मन में आशा जगाकर इनका हौसला बढ़ाया जाए और इन्हें विकास कार्यों के साथ जोड़ दिया जाए, तो कश्मीर की शांति में कोई कभी ख़लल नहीं पहुंचा सकता है। उन्होंने युवाओं से कहा कि युवाओं को तय करना होगा कि क्या वो नकारात्मक मानसिकता के साथ बैठना चाहता है या फिर आशावादी मानसिकता के साथ संभावनाओं का संपूर्ण दोहन कर सबसे आगे निकलना चाहते हैं।


अमित शाह ने आगे कहा कि भारत में सभी युवाओं के लिए अपार संभावनाएं हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्टार्ट-अप और कई अन्य कार्यक्रम युवाओं के लिए शुरू किया है। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि नरेन्द्र मोदी जब देश के प्रधानमंत्री बने थे। उस वक्त देश में करीब 20 हज़ार गांव ऐसे थे, जहां बिजली का खंभा तक नहीं था। लेकिन अब नरेंद्र मोदी ने लक्ष्य तय किया है कि 2022 से पहले देश के हर गांव ही नहीं बल्कि हर घर में बिजली पहुंचाई जाएगी। उन्होंने 5 अगस्त 2019 की तारीख़ का जिक्र करते हुए कहा कि उस दिन को कश्मीर के इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों से लिखी जाने वाली तारीख़ है।


उन्होंने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि एक दिन ऐसा ज़रूर आएगा, जब कश्मीर भारत के विकास में योगदान देना वाला प्रदेश बनेगा। लेकिन इसकी ज़िम्मेदारी जम्मू-कश्मीर के युवाओं की है। उन्होंने कहा कि क्या 5 अगस्त 2019 से पहले कश्मीर का युवा इस देश का मंत्री,उपराष्ट्रपति या राष्ट्रपति बनने के बारे में सोच सकता था। गृह मंत्री ने कहा कि 70 साल की जम्हूरियत ने क्या दिया था। सिर्फ 87 विधायक,छह सांसद और तीन परिवार थे।  लेकिन पीएम नरेंद्र मोदी ने बहुत कम समय में 30 हज़ार चुने हुए प्रतिनिधि देने का काम किया है।  उन्होंने कहा कि त्रिस्तरीय पंचायत व्यवस्था शुरू होने से सबसे बड़ा अवसर जम्मू कश्मीर के युवाओं को मिला है। गाँव के युवा ही पंच,सरपंच,ज़िला पंचायत सदस्य,विधायक और जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री बन सकते हैं और देश की संसद में भी जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि यह अवसर पहले कुछ परिवारों तक ही सीमित था, लेकिन नरेंद्र मोदी ने एक नई शुरुआत की है और युवाओं को इस प्रक्रिया से जुड़ना चाहिए।



अमित शाह ने आगे कहा कि जम्मू कश्मीर के ग़रीब परिवारों के तेजस्वी बच्चों को डॉक्टर बनने के लिए अब जम्मू कश्मीर के बाहर जाने की ज़रूरत नहीं है। अब छात्र जम्मू-कश्मीर में ही पढ़ाई कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि कुछ लोग ये दावा करते थे कि यहाँ आतंकवाद बढ़ जाएगा,लेकिन आतंकवाद कम हुआ है और पथराव अदृश्य हो गया है।


उन्होंने आगे कहा कि भारत सरकार हाल ही में जम्मू कश्मीर के लिए एक नई औद्योगिक नीति लेकर आई है। उन्होंने कहा कि पूरे देश में इतनी आकर्षक औद्योगिक नीति किसी अन्य राज्य की नहीं है,इसी वजह से आज़ादी के बाद से 15,000 करोड़ से ज़्यादा का निवेश आया है। जबकि नई औद्योगिक नीति आने के छह महीने में ही जम्मू कश्मीर मे 12 हज़ार करोड़ रुपये का निवेश आ चुका है। उन्होंने कहा कि मुझे पूरा भरोसा है कि 2022 में हम 50,000 करोड़ का निवेश पार कर जाएँगे।

 

इसके अलावा अमित शाह ने अपने तीन दिवसीय दौरे के पहले दिन श्रीनगर में सुरक्षा समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की है। बैठक में जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा समेत कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। इसके अलावा उन्होंने वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के ज़रिये श्रीनगर से शारजाह के लिए अंतरराष्ट्रीय उड़ान का उद्घाटन भी किया है।
अमित शाह ने कहा कि पूरे जम्मू-कश्मीर में 4500 युवा क्लब पंजीकृत हैं, जिनमें से 4229 युवा क्लब ग्रामीण क्षेत्रों में हैं। जो वहां के युवाओं को विकास, खेल की किसी ना किसी गतिविधि के साथ जोड़ने का काम कर रहे हैं, उनकी शिक्षा, रोज़ग़ार, कौशल उन्नयन की चिंता की जा रही है। उन्होंने कहा कि ये एक बहुआयामी कार्यक्रम है, जिससे आजीविका का सृजन भी होता है, शिक्षा और कौशल विकास भी आगे बढ़ते हैं। अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में जम्मू-कश्मीर सरकार ने एक लक्ष्य रखा है कि हर पंचायत और शहरी वार्ड में एक यूथ क्लब बनेगा। हर युवा क्लब को 25000 रूपए की सहायता देने का कार्यक्रम बनाया गया है, डेढ़ सौ से ज़्यादा क्लबों को भवन उपलब्ध कराए गए हैं।


गृह मंत्री अमित शाह ने युवाओं से आग्रह किया है कि जीवन में लक्ष्य कभी छोटा नहीं रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि लक्ष्य तय करते समय ये नहीं सोचना चाहिए कि ये पूरा होगा या नहीं, क्योंकि लक्ष्य पूरा होना आपके हाथ में नहीं है। उन्होंने कहा कि आप लक्ष्य तय करके उसकी दिशा में चलना शुरू करो, ईश्वर ज़रूर आपकी सहायता करेगा और आप बड़े से बड़ा लक्ष्य हासिल कर सकेंगे। अमित शाह ने जानकारी देते हुए बताया कि नरेन्द्र मोदी देश के प्रधानमंत्री बने तब देश में 20 हज़ार गांव ऐसे थे, जहां बिजली का खंभा तक नहीं था। लेकिन अब हर जगह बिजली है। उन्होंने कहा कि 2022 से पहले देश के हर गांव ही नहीं बल्कि हर घर में बिजली पहुंचाई जाएगी।


अमित शाह ने युवाओं से कहा कि उनके परिवार का कोई राजनीतिक बैकग्राउंड नहीं है, ना वे किसी मुख्यमंत्री या विधायक के पुत्र हैं। लेकिन ये लोकतंत्र की ख़ूबसूरती है कि नीचे से उठकर वे इतने बड़े देश के गृह मंत्री बन सकते हैं। उन्होंने प्रदेश के युवाओं से पूछा कि क्या 5 अगस्त 2019 से पहले कश्मीर का युवा इस देश का मंत्री, उपराष्ट्रपति या राष्ट्रपति बनने के बारे में सोच सकता था। उन्होंने कहा कि पंचायत चुनाव में 4291 निर्वाचन क्षेत्रों में चुनाव हुआ था, ब्लॉक विकास परिषद में 285 तहसील पंचायतों का और ज़िला परिषद की 280 सीटों का चुनाव हुआ और लोगों ने लगभग 98 प्रतिशत लोगों ने बढ़-चढ़ कर वोट डाले थे। उन्होंने कहा कि लगभग 30 हज़ार प्रतिनिधि आज अपने अधिकार का उपयोग कर जम्मू-कश्मीर की सेवा कर रहे हैं।